दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
उतई, 30 नवंबर। संविधान दिवस के उपलक्ष्य में शासकीय महाविद्यालय उतई में समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं को संविधान की प्रस्तावना का वाचन कराया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेश पांडे ने कहा कि ‘हमारे देश का संविधान सर्वोपरि है। समस्त देश का शासन, प्रशासन, व्यवस्थापिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका इसी से दिशा निर्देशित होते हैं। इसे सिर्फ विधि विशेषज्ञों को ही नहीं, हर नागरिक को पढऩा और जानना चाहिए। इसमें नागरिकों के मौलिक अधिकारों को मान्यता दी गई है। केन्द्र और राज्य के बीच शक्तियों का बटवारा किया गया है तथा राष्ट्र की दिशा तय करने वाले नीति निर्देशक तत्व भी हैं। समय, समाज और राष्ट्र की बढ़ती हुई आवश्यकताओं के अनुरूप इसमें संशोधन का भी प्रावधान है’। प्रस्तावना वाचन के समय वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. मधुलिका रॉय, डॉ. शुभा शर्मा, डॉ. पी. वसंत कला, डॉ. सियाराम शर्मा, डॉ. रीता गुप्ता, डॉ. विद्या पंचांगम, प्रो. अर्चना पांडेय और प्रो. रितेश नायक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रो. राकेश मिंज ने किया।