दुर्ग

दुर्ग निगम ने कचरा प्रबंधन में दूसरी बार बादशाहत कायम
01-Dec-2022 4:27 PM
दुर्ग निगम ने कचरा प्रबंधन में दूसरी बार बादशाहत कायम

कचरा प्रबंधन में लगातार दूसरी बार कामयाबी के शिखर पर 
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 दिसंबर।
नगर पालिक निगम दुर्ग को लगातार दूसरी बार देश में कचरा प्रबंधन बना, विधायक अरुण वोरा के मार्गदर्शन में लगातर स्वच्छता को लेकर शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने की कवायद रही है।
विधायक अरुण वोरा ने कहा कि दुर्ग शहर के लिए अत्यंत प्रसन्नता एवं गौरव के क्षण हैं। हमारा दुर्ग स्वच्छ सर्वेक्षण शहर कचरा प्रबंधन बना है। उन्होंने इस सफलता के लिए सभी निगम अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग टीम एवं नागरिकों का आभार प्रकट करते हुए उन्हें बधाई दी है। महापौर धीरज बाकलीवाल ने निगम के स्वच्छता दीदी महिलाओं को दिया श्रेय। महापौर धीरज बाकलीवाल, आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने यह पुरस्कार ग्रहण किया।
नई दिल्ली क्रिस्टल बॉलरूम, हॉटल ललित में आयोजित स्वच्छ अमृत महोत्सव में अवार्ड दिया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग प्रभारी हमीद खोखर, दीपक साहू भी मौजूद रहें। विधायक अरुण वोरा, महापौर धीरज बाकलीवाल व आयुक्त लोकेश चन्द्राकर की इस उपलब्धि पर सभी नागरिकों को बधाई देते हुए कहा है कि सभी नागरिकों की स्वच्छता के प्रति जागरूकता से राज्य के दुर्ग शहर को पुरस्कार मिला है। महापौर धीरज बाकलीवाल एवं आयुक्त लोकेश चन्द्राकर ने कहा कि एक बार फिर देश व प्रदेश में दुर्ग शहर अपनी उपलब्धि को लेकर के चर्चा में है। 
दुर्ग निगम को एक बार फिर पूरे देश में प्रथम स्थान मिला है इस उपलब्धि पर महापौर ने कहा है कि आने वाले सालों में नगर निगम एक बार फिर बेहतर मेहनत करते हुए देश व प्रदेश में स्वच्छता, रैंकिंग में प्रथम स्थान पर होगा। 
कचरा प्रबंधन में लगातार दूसरी बार फिर कामयाबी के शिखर पर पहुंचा है। जिसके परिणाम स्वरूप कचरे के बेहतर प्रबंधन के लिए अवार्ड दिया गया। दुर्ग निगम को यह पुरस्कार शहर में उत्पादित कचरें के बेहतर प्रबंधन, पुनर्चक्र ण व निष्पादन के क्षेत्र में मिला। उल्लेखनीय है कि नगर निगम 3 आर (रिड्यूज, रिसाइकल व रियूज) के सिद्धांत के तहत सालिड वेस्ट मैनेजमेंट में बेहतर कार्य कर रहा है घरों से ही डोर टू डोर कचरा संग्रहण के माध्यम से गीला व सूखा कचरा अलग-अलग लिया जाता है। 
डोर टू डोर कचरा कलेक्शन 100 प्रतिशत कचरा सूखा एवं गीला कचरा को अलग- अलग कर सुखा कचरा का विक्रय एवं गीला कचरा का खाद बनाना सभी वार्डों में ब्यूटीफिकेशन पॉइंट, सभी वार्डों में नाली एवं रोडो की सफाई व्यवसायिक परिसर मे रात्रिकालीन सफाई, स्व सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर उन्हें काम देना, विंडो गाड़ी का इनोवेशन कर सूखे कचरे से प्रोडक्ट बनाकर विक्रय, स्लम एरिया में विशेष सफाई अभियान। 
गीले कचरे व गोबर का उपयोग कर वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कम्पोस्ट व सोनहा खाद निर्माण का कार्य किया जाता है व सूखा कचरा को मणि कंचन केन्द्र में अलग-अलग एकत्रित किया जाता है। जिसमें गत्ता, पुटटा, पेपर, बाटल, प्लास्टिक इत्यादि होता है, इसे बेचकर मणि कंचन केन्द्र में कार्य करने वाली स्वच्छता दीदीया अन्य आय अर्जित कर आत्म निर्भर बनने की ओर अग्रसर है।
-क्या है सीआईआई-
सीआईआई यानी कॉन्फेडरेशन ऑॅफ इंडियन इंडस्ट्रीज (भारतीय उद्योग परिसंघ) की स्थापना 1895 में हुई यह भारत की एक गैर सरकारी, गैर लाभ, उद्योग नेतृत्व प्रबंधित संघटन है, यह भारत की औद्योगिक विकास प्रक्रिया में एक सक्रिय भूमिका निभा रहा है। महापौर धीरज बाकलीवाल ने कहा कि आम जनता की सहयोग के बदौलत दुर्ग निगम ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में प्रथम स्थान अवार्ड प्राप्त करने में सफल हुआ है। निगम कर्मियों व अन्य लोगों की भी इसमें बढ़ी भागीदारी रही है। 

 

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