सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिश्रामपुर, 2 दिसंबर। आज सुबह अम्बिकापुर अनूपपुर रेल पथ में करंजी व बिश्रामपुर स्टेशन के बीच किलोमीटर 1018 कुमदा क्रासिंग से गुजर रही दुर्ग अम्बिकापुर ट्रेन 18241 के पावर इंजन में लगे पेंटो के ओएचई तार में उलझ कर टूट जाने से इस मार्ग पर घंटों रेल यातायात बाधित रहा।
घटना से करीब साढ़े पांच घंटे दुर्ग-अम्बिकापुर ट्रेन विलम्ब से अम्बिकापुर पहुँची। अधिक विलम्ब हो जाने के कारण रेल प्रबंधन को आज अम्बिकापुर शहडोल, शहडोल-अम्बिकापुर ट्रेन को रद्द करना पड़ा।
बताया गया कि दुर्ग से चलकर अम्बिकापुर आ रही ट्रेन क्रमांक 18241 शुक्रवार सुबह आठ बजे के करीब करंजी स्टेशन पहुँची थी, यहां से बिश्रामपुर स्टेशन के लिए लाईन क्लियर हुआ ही था और ट्रेन जैसे ही कुमदा प्वाइंट किलोमीटर 1018 पहुँची थी, तभी रेल पथ के ऊपर लगे ओएचई तार में उलझ कर इंजन के ऊपर लगा पेंटो टूटकर जमीन पर आ गिरा।
घटना से मौके पर ओएचई तार भी टूट गया, जिसके बाद पावर सप्लाई बंद होने से गाड़ी वहीं पर खड़ी हो गई।
सूचना के बाद सुधार के लिए टॉवर वैगन से पहुँचे ऊपरी उपस्कर विभाग के कर्मियों ने घंटों कड़ी मेहनत कर सुधार कार्य पूरा किया, तब ट्रेन बिश्रामपुर के लिए सवा ग्यारह बजे बिश्रामपुर के लिए रवाना हुई और 11.50 बजे अम्बिकापुर पहुँची। अधिक विलम्ब होने के कारण आज अम्बिकापुर शहडोल व शहडोल अम्बिकापुर ट्रेन को रेल प्रबंधन को रद्द करना पड़ा।
ज्ञात हो कि यही ट्रेन अम्बिकापुर से प्रात: शहडोल व शहडोल से अम्बिकापुर के बीच चलाई जाती है।
तीन घण्टे लग गए सुधार में
सिंगल लाइन में ओएचई ब्रेकडाउन की घटना के बाद इसके सुधार में तीन घण्टे से अधिक समय लग गया। बताया जाता है कि घटना से आधे घण्टे पहले अम्बिकापुर जबलपुर ट्रेन यहां से गुजरी थी।
ट्रेन के पांच घंटे से अधिक विलम्ब होने से कई यात्री बीच जंगल में भूखे प्यासे फंसे रहे। घटना कैसे हुई और किन वजहों से हुई, रेल प्रबंधन इसकी जांच करा रही है।