दन्तेवाड़ा

मुख्यालय जहां है उससे किसी को असंतोष नहीं होना चाहिए, क्षेत्र का विकास बराबर हो रहा है-संजय
04-Dec-2022 10:42 PM
मुख्यालय जहां है उससे किसी को असंतोष नहीं होना चाहिए, क्षेत्र का विकास बराबर हो रहा है-संजय

   केंद्रीय इस्पात सचिव ने किया बैलाडीला के दो परियोजना का अवलोकन   
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
बचेली, 4 दिसंबर।
बैलाडीला के दो परियोजना किरन्दुल-बचेली में केन्द्र इस्पात सचिव संजय कुमार सिंह (आईएएस) सहपत्नी गौरी सिंह डिप्टी डायरेक्टर जनरल अंतरराष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा एजेंसी के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे।

एनएमडीसी गेस्ट हाउस में बचेली परियोजना के प्रमुख एवं सभी विभाग के उच्च अधिकारी ने उनका स्वागत किया। इससे पूर्व बस्तर के आदिवासी परंपरा नृत्य के द्वारा दोनों का स्वागत किया गया। दोनों परियोजना के महिला समिति के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने स्वागत किया।

अधिकारियों से मुलाकात की दोपहर का भोजन किया गया। उसके बाद गेस्ट हाउस परिसर में वृक्षारोपण किया। प्लांट क्षेत्र का दौरा किये।

शाम 6 बजे एनएमडीसी किरन्दुल परियोजना पहुंचे गेस्ट हाउस में किरन्दुल के परियोजना प्रमुख एवं सभी विभाग के अधिकारी ने स्वागत किया। अधिकारियों से मुलाकात की गई।

किरंदुल गेस्ट हाऊस में प्रेसवार्ता में केन्द्रीय इस्पात सचिव संजय सिह ने पत्रकारों के प्रश्नों का सहजता से जवाब दिया। नगरनार स्टील प्लांट के डीमर्जर पर बताया कि नगरनार स्टील प्लांट को एनएमडीसी ने बनाया, उस पर राशि खर्च की है पर एनएमडीसी माईनिंग कम्पनी है, उसे स्टील प्लांट और उसके काम का अनुभव नहीं है। 

स्टील का प्रेक्षण और स्टील उत्पदन उनके क्षेत्र में नहीं आता है केन्द्र सरकार का यह अभिमत है कि स्टील प्लांट अनेकों रोजगार के साधन उत्पन्न करता है रोजगार के अलावा अन्य रोजगार व्यापार इंडस्ट्री के साथ क्षेत्र का विकास भिलाई स्टील प्लांट को आप देख सकते हैं, जिसकी क्षमता 5 मिलयन टन है और नगरनार 3 मिलियन टन से 10 मिलियन टन की क्षमता तक जा सकता है और क्षेत्र का अभूतपूर्व विकास करने की क्षमता रखता है मगर इसे  स्टील इंडस्ट्रीज चलाने वाला चलाये तभी क्षेत्र को लाभ ही लाभ मिलेगा। इसी कारण से  क्षेत्र में  अनुभवी स्टील सेक्टर की कम्पनी चलाये ये सरकार की मंशानुरूप  डीमर्जर किया गया। साथ ही एन.एम.डी.सी भी लौह अयस्क दे कर जुड़ी रहेगी और स्टील सेक्टर पर काम करने वाली कम्पनी अपना काम करेगी।

एनएमडीसी मुख्यालय कब तक बस्तर में एवं क्षेत्र में विकास को लेकर स्थानीय लोगों में असंतोष पर उन्होंने कहा-मुख्यालय जहां है उससे किसी को असंतोष नहीं होना चाहिए। क्षेत्र का विकास बराबर हो रहा है। मैं नहीं मानता कि मुख्यालय वहां है और क्षेत्र की कोई उपेक्षा हो रही है।

स्थानीय समस्या को लेकर समय-समय पर धरना, काम-रोको समस्या पर पूछने पर इस्पात सचिव संजय सिंह ने स्पष्ट कहा कि ये लोकल इश्यू है, इन्हें एनएमडीसी के स्थानीय अधिकारियों को हल करना चाहिये।

रात्रि में उनके स्वागत में बैला क्लब किरंदुल द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां पर उत्पादन निदेशक महंती ने बुके से स्वागत किया।

गौरी सिंह का स्वागत किया। मंच से उत्पादन निदेशक महंती ने इस्पात सचिव संजय सिंह की उपस्थिति पर आभार प्रकट किया। साथ ही उनके मार्गदर्शन में कई उपलब्धि हासिल करने बात कही। बैलाडीला की स्थापना 1968 से आज की स्थिति को बताया और उनके आगमन के लिए धन्यवाद दिया। 

स्वागत के उपलक्ष्य में एक शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। पश्चात भोजन रात्रि विश्राम 4 नवंबर 11 बी खदान एवं करासिंग प्लांट लोडिंग प्लांट क्षेत्र का अवलोकन किया। पौधा रोपण के उपरांत रायपुर के लिये 11.30 को प्रस्थान किये।

इस दौरान डीके मांहंती उत्पादन निदेशक मुख्यालय हैदराबाद, किरन्दुल के परियोजना प्रमुख विनय कुमार, कार्मिक विभाग के उपमहाप्रबंधक बीके माधव, बचेली के परियोजना प्रमुख पीके मजुमदार, कार्मिक विभाग के धमेन्द्र आचार्य, उत्पादन से बी वेकटश्वलु मौजूद रहे।

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