बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
करगीरोड (कोटा), 5 दिसंबर। सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करगीरोड कोटा में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान एवं सरस्वती शिक्षा संस्थान के मार्गदर्शन में मातृ सम्मेलन का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में वेंकट लाल अग्रवाल अध्यक्ष सरस्वती शिशु मंदिर कोटा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता अजय अग्रवाल व्यवस्थापक सरस्वती शिशु मंदिर कोटा ने की। विशिष्ट अतिथि वासुदेव रेड्डी कोषाध्यक्ष सरस्वती शिशु मंदिर कोटा , संतोष जायसवाल सह व्यवस्थापक सरस्वती शिशु मंदिर कोटा एवं पूर्णिमा गुप्ता, मुख्य वक्ता के रूप में विद्यालय के प्राचार्य बाबूलाल साहू उपस्थित रहे।
वेंकट लाल अग्रवाल ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर के माध्यम से प्रत्येक छात्र- छात्राओं का सर्वांगीण विकास करना ही हमारा लक्ष्य है, हम चाहते हैं कि हमारा बच्चा सभी क्षेत्रों में बहुमुखी विकास करें
अजय अग्रवाल ने सभी माताओं को संबोधित करते हुए कहा कि माता ही प्रथम पाठशाला होता है अर्थात माता को बच्चों के प्रति विशेष ध्यान देकर विद्यालय का सहयोग करना चाहिए ताकि बच्चे अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण हो सके।
विशिष्ट अतिथि संतोष जायसवाल ने सभी माताओं से कहा कि अपने बच्चों को स्वामी विवेकानंद एवं जीजामाता बनकर शिवाजी जैसे बालक बनाने के लिए हमेशा प्रयत्न करते रहे. यदि मां चाहे तो सब कुछ कर सकती है क्योंकि मां को ही हमारी भारतीय संस्कृति में दुर्गा, काली, सरस्वती एवं लक्ष्मी आदि नामों से संबोधित किया जाता है।
बाबूलाल साहू ने कहा कि विद्यालय छात्रों का सर्वांगीण विकास के लिए हमेशा प्रयासरत हैं, सरस्वती शिशु मंदिर के सभी छात्र- छात्राएं हमारे आराध्य हैं, हम उनकी नित्य पूजन अर्थात उन्हें आगे बढ़ाना हमारा उद्देश्य है ,हमारे विद्यालय में पढ़ाई के साथ- साथ बच्चों को संस्कार दिया जाता है ताकि बच्चे संस्कारित होकर सन्मार्ग पर चले और माता, पिता एवं देश का नाम रोशन करें, हमारे विद्यालय में खेलकूद, बौद्धिक कार्यक्रम ,सांस्कृतिक कार्यक्रम, एवं प्रतिदिन आध्यात्मिक की और नैतिकता की सीख जैसे अनेक माध्यमों से बच्चों को संस्कारवान बनाया जा रहा है, यदि घर का वातावरण भी संस्कार अनुकूल हो तो इसमें चार चांद लग जाएगी। हमारा विद्यालय विकासशील है यहां की समिति हमेशा छात्र- छात्राओं के पढ़ाई पर ध्यान देते हुए भौतिक संसाधन एवं अन्य संसाधनों को बढ़ाने के लिए सतत प्रयत्नशील रहते हैं ताकि हमारे बच्चे किसी से पीछे न रहे। कार्यक्रम का आभार विद्यालय के प्रधानाचार्य चंद्रेश यादव ने किया।