कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
विश्रामपुरी (जिला कोंडागांव), 5 दिसंबर। बिजली विभाग के द्वारा ग्राहकों को अनाप-शनाप रीडिंग दिखाकर बिल भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है। बिजली बिल को देखकर उपभोक्ताओं का माथा ठनका हुआ है।
विभाग के कई दावे के बावजूद व्यवस्था में सुधार नजर नहीं आ रहा है। इन दिनों केशकाल एवं विश्रामपुरी में लगभग 2500 लोगों को डिफाल्टर घोषित करके उनके खिलाफ न्यायालय के माध्यम से वसूली की कार्रवाई की जा रही है जिससे ग्रामीण बेहद परेशान हैं। बिजली बिल में लगातार गलत रीडिंग बिजली, बिल ज्यादा की शिकायत लेकर उपभोक्ता बिजली ऑफिस पहुंच रहे हैं।
शांति बाई मरकाम को छह माह तक बिजली का बिल नहीं मिला तो यह सोचने लगी कि सरकार ने वादा किया था बिजली बिल हाफ करेंगे, हो सकता है इसी के चलते अब बिल नहीं आ रहा है किंतु जब बिजली बिल मिला तो कोर्ट के नोटिस के साथ जिसे देखकर शांति बाई ही नहीं बल्कि पूरे परिवार के होश उड़ गए।
शांति बाई के पति का 5 साल पहले निधन हो चुका है। परिवार के भरण पोषण की जिम्मेदारी अकेले शांति बाई पर है। स्वयं का खर्चा एवं चार बेटियों का खर्चा वह मजदूरी करके वहन करती हंै।
विगत 6 माह से उसे बिजली बिल नहीं मिला। वह आसपास के पढ़े-लिखे लोगों से पूछी कि उसे अब बिजली बिल नहीं मिल रहा है तो लोगों ने उसे बताया कि बिजली बिल हाफ हुआ था, सरकार ने नारा दिया था कि बिजली बिल हाफ होगा। उसके बाद वह यह सोचने लगी कि अब शायद बिजली बिल नहीं पटाना पड़ेगा।
धान बेचकर बिल का जुगाड़ कर रहे किसान
कई लोगों ने बिजली से तौबा कर अंधेरे में ही रहना मुनासिब समझ लिया तो कई लोग धान बेचकर रकम का जुगाड़ कर रहे हैं। आलम यह है कि बिजली विभाग के लंबे चौड़े बिल से आदिवासी अंचल में हडक़ंप मचा हुआ है। आदिवासी जैतनराम ने बताया कि उसे 4 हजार पांच सौ रुपए का बिजली बिल मिला है साथ ही कोर्ट का नोटिस भी मिला है। अब वह बिजली का उपयोग कभी नहीं करेगा भले ही अंधेरे में ही रहना पड़े।
मीटर रीडिंग में लापरवाही, अफसर बेपरवाह : बिजली बिल में गड़बड़ी का मुख्य कारण हर महीने रेग्युलर मीटर रीडिंग नहीं होना है। मीटर रीडरों की मनमानी के कारण इस तरह की स्थिति निर्मित हो रही है। विभागीय मानीटरिंग के अभाव में मीटर रीडरों की मनमानी जारी है।
इसका खामियाजा सामान्य बिजली उपभोक्ता को भुगतना पड़ रहा है। बेपरवाह अफसरों की वजह से उपभोक्ता दफ्तर का बार-बार चक्कर लगाने को मजबूर है।
ललित टेकाम एई केशकाल विद्युत वितरण विभाग का कहना है कि जो उपभोक्ता बिजली बिल जमा नहीं किये उनको ही नोटिस भेजा गया है । कई लोगों ने साल भर से बिजली बिल जमा नहीं किया है। कुछ उपभोक्ताओं को यह लग रहा था कि बिजली बिल छूट हो गया है जिससे यह स्थिति निर्मित हुई है।