मनेन्द्रगढ़-चिरिमिरी-भरतपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 6 दिसम्बर। कलेक्टर पीएस धु्रव द्वारा बैठक कर जिला पंचायत की विभिन्न योजनाओं की विस्तार से समीक्षा किए जाने के साथ मनरेगा अंतर्गत ग्राम पंचायतों में पर्याप्त कार्य की स्वीकृति हेतु निर्देशित किया गया।
उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा मनरेगा श्रमिकों को रोजगार दिए जाएं साथ ही वनअधिकार पट्टाधारकों को कार्य की स्वीकृति देकर पर्याप्त रोजगार के अवसर प्रदाए किए जाएं। जिले में 100 दिवस का रोजगार ज्यादा से ज्यादा परिवारों को दिया जावे एवं समय पर मजदूरी का भुगतान भी कराया जावे। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने एवं कार्य स्थल पर आवश्यक मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित करने के दिशा निर्देश दिए।
गौठानों में पर्याप्त आजीविका गतिविधियों का हो संचालन
कलेक्टर ने गोधन न्याय योजनांतर्गत गोबर की खरीदी एवं वर्मी खाद के मानक अनुसार उत्पादन हेतु समस्त जनपद पंचायतों को निर्देशित किया। उन्होंने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के अधिकारियों को गौठानों में पर्याप्त आजीविका गतिविधियों के संचालन एवं स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को आत्म निर्भर बनाए जाने हेतु मूलभूत समस्त सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने हेतु निर्देशित किया साथ ही शासन की महत्वाकांक्षी रीपा कार्यक्रम का क्रियान्वयन शीघ्र प्रारंभ कराने के निर्देश दिए।
अनुपस्थित अधिकारियों पर जताई नाराजगी
स्वच्छ भारत मिशन एवं अन्य निर्माण कार्यों की पूर्णता एवं सतत निगरानी हेतु आरईएस विभाग के अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि समस्त निर्माण कार्यों का मूल्यांकन व सत्यापन समय पर कराया जाए। कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित कराते हुए समय-सीमा में कार्य पूर्ण कराया जाए। कलेक्टर ने बैठक में ईई आरईएस की अनुपस्थिति पर नाराजगी व्यक्त की। इसी तरह मनेन्द्रगढ़ एवं भरतपुर आरईएस एसडीओ के अनुपस्थिति पर भी गहरी नाराजगी जताई।
बैठक में जिला पंचायत अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के नोडल, समस्त सीईओ जनपद पंचायत एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।