कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 7 दिसंबर। केशकाल अनुविभाग के बाँसकोट चौकी क्षेत्र अंतर्गत मारंगपुरी में धर्मांतरित ईसाई युवक की मौत के बाद उसे दफनाने को लेकर ग्रामीणों व ईसाई समाज के लोगों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई थी। इसकी सूचना मिलने तहसीलदार व पुलिस चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं माने।
बताया जा रहा है कि मृतक धर्मांतरित ईसाई होने के चलते शव को गांव में दफनाने का विरोध हो रहा था। ऐसे में प्रशासन व पुलिस के द्वारा मृतक के परिजनों व ईसाई समाज के लोगों की सहमति लेकर शव को केशकाल के ईसाई श्मशान लाया गया। जहां एसडीएम शंकरलाल सिन्हा व तहसीलदार आशुतोष शर्मा की मौजूदगी में शव को शांतिपूर्ण रूप से दफन करवा दिया है।
ज्ञात हो कि धर्मांतरित लोगों की मौत के बाद उन्हें गांव में दफनाने पर आए दिन विवाद होने स्थिति भी निर्मित होती रहती है। बुधवार को ऐसी ही एक घटना ग्राम मारंगपुरी में हुई है, जहां मिर्गी रोग से ग्रसित 26 वर्षीय युवक रोहित नेताम पिता मंगउ नेताम की मौत हो गई थी।
उसके शव को दफन करने की तैयारी चल रही थी। चूंकि मृतक का परिवार धर्मांतरित ईसाई होने के चलते स्थानीय ग्रामीणों ने आकर विरोध जताया और शव को गांव में दफन करने से मना करने लगे।
इधर विवाद की स्थिति निर्मित होने की सूचना मिलते ही पर केशकाल एसडीएम शंकरलाल सिन्हा के निर्देश पर विश्रामपुरी तहसीलदार सुशील भोई व बाँसकोट चौकी प्रभारी विवेक सेंगर मौके पर पहुंचे। जहां उनके द्वारा काफी देर तक दोनो पक्षों को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन स्थिति सामान्य नहीं हुई।
इस बारे में केशकाल एसडीएम शंकरलाल सिन्हा ने बताया कि ग्राम मारंगपुरी में धर्मांतरित ईसाई युवक की मौत के बाद ग्रामीणों के द्वारा शव दफनाने का विरोध किया जा रहा था। ऐसे में हमने मृतक के परिजनों व केशकाल ईसाई समाज से बातचीत कर उनकी सहमति लेते हुए शव को केशकाल के ईसाई श्मशान घाट में दफन करवा दिया है।