महासमुन्द
किसानों की समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता से करने दिया जोर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,8दिसम्बर। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने ग्रामीण सेवा सहकारी समिति पटेवा के नवनियुक्त अध्यक्ष खोम सिन्हा को शपथ दिलाई। नवनियुक्त अध्यक्ष श्री सिन्हा ने पूरी जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करने का भरोसा दिलाया। ग्रामीण सेवा सहकारी समिति पटेवा के नवनियुक्त अध्यक्ष का शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। काय्र्रकम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अतिथि के रूप में जिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष रश्मि चंद्राकरए जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, मंडी अध्यक्ष हीरा बंजारे, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष खिलावन साहू, रमन सिंह ठाकुर, द्रोण चंद्राकर, रोशन पटेल, ममता चंद्राकर, सीटू सलूजा मौजूद थे।
संसदीय सचिव व विधायक श्री चंद्राकर ने ग्रामीण सेवा सहकारी समिति पटेवा के नवनियुक्त अध्यक्ष खोम सिन्हा को शपथ दिलाते हुए कहा कि नवनियुक्त अध्यक्ष किसानों के हित में कार्य करेंगे। उनकी पहली प्राथमिकता किसानों की समस्याओं को जानकर उन्हें दूर करना है और धान खरीदी में किसानों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराना है। नवनियुक्त अध्यक्ष श्री सिन्हा ने पूरी जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करने का भरोसा दिलाया।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि किसानों का कर्ज माफ ी और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत किसानों को उनके उपज धान का शासन समर्थन मूल्य में क्रय कर रहा है। इससे किसानों के जीवन में आर्थिक बदलाव आया है। समर्थन मूल्य में धान के विक्रय से किसानों को अपने मेहनत का पूरा फल मिल रहा है। मुख्यमंत्री श्री बघेल के नेतृत्व में धान के साथ कोदो, कुटकी, रागी को समर्थन मूल्य में क्रय किया जा रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार गांव, गरीब, किसानों, मजदूरों के साथ-साथ सभी वर्गों के जीवन के स्तर ऊपर उठाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इस दौरान राधेलाल सिन्हा, जयपाल ध्रुव, लमकेश्वर साहू, डागाराम साहू, राजू दीवान, मयाराम टंडन, नरेश अग्रवाल, नीलकंठ जोहले, फरीद खान, गंगाराम पटेल, तिरथ ठाकुर, पवन ध्रुव, कृष्ण कुमार, नर्मदा, कमलेश चंद्राकर, राजा गंभीर, सत्यवान ध्रुव, नारायण साहू, अभय कुंभकार, समिति के प्रबंधक तोषण कुमार यादव, पुरन गजेंद्र, तेजराम कुर्रे, राजेश्वर साहू, रामानंद चंद्राकर, आदि मौजूद थे।