गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-अभनपुर, 8 दिसम्बर। मानवता के पुजारी संत शिरोमणी परम पूज्य बाबा गुरु घासीदास की जयंती के अवसर तथा समाज में व्याप्त कुछ सामाजिक कुरितियां के उन्मुलन हेतु सतनामी समाज अभनपुर के तत्वावधान में अभनपुर क्षेत्र के विभिन्न ग्रामों में भव्य सतनाम संदेश यात्रा निकाला जा रहा है। यह यात्रा 1 दिसम्बर से प्रारंभ हुआ है, जो 31 दिसम्बर तक अनेकों गांवों में भ्रमण करेगा। इस यात्रा में क्षेत्र के सैकड़ों लोग शामिल होकर सहयोग दे रहे हैं।
समाज के लोगों ने बताया कि यात्रा के मुख्य उद्देश्य महान संत बाबा गुरू घासीदास जी के विचार संदेश मनखे मनखे एक समान को स्थपित करना, रोटी कपड़ा और मकान सतलोक समान के संदेश को प्रचारित करना, सर्व समाज के साथ सामाजिक सदभावना एवं समरस्ता स्थापित करना, सामाजिक न्याय प्रणाली को सरल एवं एकरूपता बनाना, समाज में व्याप्त कुरितियों के प्रति जन जागरण करना जैसे- मृत्यु भोज, दहेज प्रथा का सामाजिक बहिष्कार आदि, धर्मान्तरण के विरुद्ध सामाजिक चेतना जागृति करना, नशामुक्ति, छत्तीसगढ़ी संस्कृति के संरक्षण एवं विकास हेतु जन जागरण, समाज में नारी शिक्षा, बेटी बचावो-बेटी पढ़ाओ तथा नारी सम्मान को महत्व देना, समाज में आदर्श विवाह को प्रोत्साहन देना, विधवा पुनर्विवाह एवं विधवा माताओं के प्रति सम्मान का भाव स्थापित करना, युवक-युवतियों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का भरपुर प्रचार प्रसार करना, छत्तीसगढ़ के महान विभुतियों के जयंती एवं पुण्यतिथि का आयोजन कर उनके गौरव गाथा से भावी पीढ़ी को प्रेरित करना, समाज में उद्योग एवं व्यापार को बढ़ावा देकर रोजगार के अवसर पैदा करना है।
यात्रा के दौरान महिला, पुरुष, बच्चे सभी लोग पंथी की धुन पर जमकर थिरके। संदेश यात्रा में टिकेंद्र बघेल, हरिराम भट्ट, दया राम जांगड़े, राधे बंजारे, पन्ना नवरंगे, खेमराज कोसले, बसंत कोसले, मुकेश ढीढी, राजू बारले, दुलारी चतुर्वेदानी, धनेश्वरी डांडे, योज्य सोनवानी, जितेंद्र बंजारे, पूजा बघेल, लौटन गिलहरे, प्रेम सोनवानी, राजेश जोशी, नान्हे धृतलहरे, सुनील ओगरे, दया गिलहरे, उत्रसेन गहिरवारे, मनोज टंडन, राजेन्द्र ऐनश्वरी, दीपक कोसरिया, रूपेंद्र बांधे सहित बड़ी संख्या में सामाजिक लोग उपस्थित थे।