सुकमा
सुकमा, 15 दिसंबर। जनकल्याणकारी योजनाओं की सफलता के लिए विभागीय अधिकारी जिम्मेदारी के साथ काम करें। लगातार इनकी मानिटरिंग भी करें। यह बातें गुरुवार को उद्योग और आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक में कही। इसके अलावा उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। उन्होंने योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की बात कही। उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने इस दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, कृषि विभाग, खाद्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, पीएचई, पी.डब्ल्यू डी., सहित विभिन्न विभागों से जुड़ी योजनाओं व निर्माण कार्यो की विस्तृत समीक्षा की और सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
मंत्री ने उद्यानिकी विभाग को बाड़ी विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत कृषकों को बीज, खाद इत्यादि की वितरण की सुगमता से व्यवस्था तत्काल कराने के निर्देश दिए तथा कृषकों से सतत सम्पर्क बनाए रखने के लिए कहा। उन्होंने नरेगा के अन्तर्गत सभी ग्राम पंचायतों में काम चालू करने के निर्देश दिए ताकि मजदूरों का पलायन को रोका जा सके। इसके तहत सडक़ और तालाब, भूमि समतलीकरण कार्य प्राथमिकता के साथ किया जाए।
कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान मंत्री मे रबी क्षेत्राच्छादन व लक्ष्य की जानकारी ली और रबी फसल को बढ़ावा देने की बात कही। धान खरीदी की को समीक्षा करते हुए किसानों की रकबा त्रुटि सुधार शीघ्र करने के निर्देश देते हुए कहा कि अवैध धान खरीदी नहीं होनी चाहिए, अन्यथा दोषी पर तुरंत कार्रवाई होगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं और सहायिकाओं की पदपूर्ति व रिक्तियों की जानकारी लेते हुए, महिला बाल विकास अधिकारी को जिले में कुपोषण की दर में कमी लाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए।
आश्रम अधीक्षकों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश
शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान मंत्री लखमा ने शिक्षा अधिकारी को जिले में एक भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं होने चाहिए, इसक लिए सख्त निर्देश दिए। साथ ही अप्रारंभ छात्रावास भवन निर्माण जिसके लिए टेंडर नहीं हुआ है, वहां के लिए राज्य स्तर पर बात करने की बात उन्होंने कही। वन अधिकार पट्टा के सम्बन्ध में जानकारी लेते हुए उन्होंने बुर्कापाल, मुकरम जैसे अंदरूनी गांवों मे जल्द वन अधिकार पट्टा बनाकर वितरण कर उनके लिए मनरेगा के तहत भूमि समतलीकरण आदि कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए। मंत्री नेे सहायक आयुक्त को आश्रम अधीक्षकों की आश्रम- छात्रावासों में शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो अधीक्षक आश्रम-छात्रावास में नहीं रहते हैं उन्हें हटाकर दूसरे को प्रभार देने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर हरिश कवासी अध्यक्ष जिला पंचायत, जगन्नाथ साहू अध्यक्ष नगर पालिका सुकमा, सुन्नम नागेश जनपद पंचायत कोंटा, देवलीबाई नाग जनपद पंचायत छिंदगढ़, आयती कलमू जनपद पंचायत सुकमा, सुशंतो राय सदस्य छ. ग. श्रम कल्याण मण्डल (छ.ग.), सोनू राम नाग, सदस्य माटी कला बोर्ड (छ.ग.), सुक्का सिंह नाग, अध्यक्ष मंडी बोर्ड सुकमा, मुनवर अली, सदस्य उर्दू बोर्ड (छ.ग.), राजेश नारा, सदस्य योग आयोग (छ.ग.), युथपति यादव उपाध्यक्ष, नगर पंचायत दोरनापाल, जाकिर हुसैन उपाध्यक्ष, नगर पंचायत कोण्टा, आयशा हुसैन, उपाध्यक्ष, नगरपालिका परिषद सुकमा, आयती कलमू आदि उपस्थित रहे।