कवर्धा
रैली निकालकर कलेक्टर को दिए ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कवर्धा, 21 दिसंबर। भारतीय मजदूर संघ से संबद्ध आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ ने 14दिसंबर से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर बैठे थे। उन्होंने देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्री महिला एवम बाल विकास विभाग तथा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर के माध्यम से हड़ताल स्थल से रैली निकाल कर अपने आठ सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपे है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष सोनिया मेरावि के नेतृत्व में कन्दीकवार आठ सुत्रीय मांगों को लेकर दिए हैं जिसमें आंगनबाड़ी कर्मियों को शासकीय कर्मचारी घोषित कर सामाजिक सुरक्षा देकर उन्हें उचित श्रेणी में शामिल किया जाए। आँगनबाड़ी कार्यकर्ता को शासकीय कर्मचारी घोषित नहीं होने तक भारत सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन 18000/- सहायिका को 9000/- प्रतिमाह भुगतान किया जाए !
वर्तमान में शासन द्वारा मिनी आँगनबाड़ी कार्यकर्ता का पद समाप्त करते हुए सीधे मेन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का पद निकाला जाये साथ ही वर्तमान में जो मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है, उन्हें मेन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घोषित किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका की 9 माह की एरियर्स राशी का भुगतान जल्द से जल्द आँगन बाड़ी कर्मियों के खाते में किया जाये।
पोषण ट्रेकर में कार्य करने हेतु एंड्राइड फोन, सिम, इन्टरनेट खर्च की निर्धारित राशी का भुगतान किया जाए। नई शिक्षा निति 2020 के अंतर्गत आगनबाड़ी केन्द्रों को प्रिया प्राइमरी स्कूल में बदलने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को प्रिया प्राइमरी टीचर व सहायिका को प्रिया प्राइमरी असिस्टेंट टीचर में शिक्षण के अनुभव पर उनकी शैक्षणिक योग्यता को देखते हुए प्रशिक्षण देकर पदोन्नति की जाये ।
आंगनबाड़ी केंद्र में कार्यरत कर्मियों को भविष्य निधि, जीवन निर्वाह भत्ता, सेवा निवृत भत्ता, उनके एवं उन पर आश्रितों को चिकित्सा सुविधा उनके बच्चो के लिए शिक्षा की सुविधा लागू की जाये। सुपरवाईजर का पद भरने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका से ही वरिष्टता एवं शैक्षणिक योग्यता के आधार पर किया जाए, शामिल है।
ज्ञापन रैली में जिला अध्यक्ष हेमा ठाकुर, पार्वती यादव, रामफूल बघेल, कमरू निशा, रामकली, नीता श्रीवास्तव सहित सैकड़ों आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका शामिल थे।