गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजिम, 22 दिसंबर। धर्म नगरी राजिम में महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं सांस्कृतिक पुनर्जागरण के पुरोधा पण्डित सुंदर लाल शर्मा की जयन्ती महोत्सव साहित्य उत्सव के रूप में राजिम के मंगल भवन में गरिमामय तरीके से मनाया गया।
कार्यक्रम के संदर्भ में चर्चा करते हुए समिति सदस्य किशोर निर्मलकर एवं श्रवण कुमार साहू ने बताया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में रेखा-जितेंद्र सोनकर अध्यक्ष नगर पंचायत राजिम थे अध्यक्षता रोहित साहू सदस्य जिला पंचायत गरियाबंद ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में रेखा-कुलेश्वर साहू उपाध्यक्ष नगर पंचायत राजिम, लाला साहू अध्यक्ष राजिम भक्तिन मंदिर समिति, रामेश्वर वैष्णव वरिष्ठ गीतकार रायपुर एवं मीर अली मीर गीतकार रायपुर उपस्थित थे।
कार्यक्रम का शुभारम्भ उपस्थित अतिथियों एवं साहित्यकारों द्वारा माँ शारदे एवं पण्डित सुंदर लाल शर्मा के तैलचित्र के आगे दीप प्रज्ज्वलित करके एवम पूजा अर्चना के साथ हुआ,कवि रोहित साहू,माधुर्य ने माँ शारदे की वन्दना प्रस्तुत किया, तत्पश्चात डॉ. श्वेता शर्मा ने स्वागत भाषण के माध्यम से कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला इस कार्यक्रम में प्रदेश भर से सात जिलों से उपस्थित पचास साहित्यकारों ने अपने अपने लाजवाब गीत, गजल एवं शेरो शायरी की लाजवाब प्रस्तुति देकर कार्यक्रम को ऊँचाई प्रदान किया, जिसमें डॉ गुरप्रीत कौर ने बेटी पर लाजवाब कविता पढक़र माहौल को ऊँचाई प्रदान किया।
राज्य स्तरीय इस काव्य पाठ प्रतियोगिता में भैसबोड कुरुद् से पधारे कवि बृजलाल, दावना को प्रथम स्थान, रायपुर से पधारे गजलकार मोहम्मद हुसैन ने द्वितीय स्थान, एवं कनकी खरोरा से संतोष कुमार धीवर ने तृतीय स्थान प्राप्त किया विजेता साहित्यकारों को क्रमश प्रथम1001,द्वितीय 701एवं तृतीय501 स्मृति चिन्ह् एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान करके आयोजक समिति द्वारा सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में समाज के अलग अलग क्षेत्रों में कार्य कर रहे विभिन्न हस्तियों को समाज गौरव सम्मान 2022से सम्मानित किया गया जिसमें डॉ राजेंद्र गदिया एवं डॉ गुरप्रीत कौर चिकित्सा, वीरेंद्र साहू कृषि, पन्ना लाल साहू मानस सेवा,पत्रकार लीलाराम साहू,खुशबु चंद्राक्रर खेल, अश्वनी चक्रधारी मूर्तिकार, जितेंद्र सिन्हा बालिका शिक्षा, वक्ता मंच रायपुर साहित्यिक सांस्कृतिक एवम रचनात्मक गतिविधि, माखन भारती सतनाम संदेश एवम सरस्वती साहनी शव परिक्षक को शाल श्रीफल एवम प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया।