रायगढ़
पीडि़त को निष्पक्ष जांच का आश्वासन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 24 दिसंबर। शहर के सबसे विवादित जमीन माफिया अमित रतेरिया से जुड़ा नवापाली मामले में अब प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार उक्त मामले में पीडि़त किसान ने एस. डी.एम.रायगढ़ गगन शर्मा के समक्ष आवेदन पेश कर जमीन मामले में निस्पक्ष कार्रवाई की मांग की थी। आवेदन में पीडि़त ने लिखा था कि विवादित भूमि जिसे अमित रतेरिया ने उसके पिता से धोखे से रजिस्ट्री करवा ली थी।
उक्त भूमि के संबंध में पीडि़त का सालों से कब्जा बना हुआ था और वह कानूनी लड़ाई भी लड़ रहा था। उक्त भूमि को जमीन दलाल वासु मालाकर के साथ मिलकर जमीन माफिया अमित रतेरिया ने झारसुगड़ा निवासी प्रतिमा संजय जैन को बेच दिया है।
बिक्री दस्तावेज में जमीन माफिया अमित ने हल्का पटवारी से अपराधिक सांठ गांठ करते हुए,भूमि की चैहद्दी में आश्चर्य जनक ढंग से कम दिखाते हुए महज 13 पेड़ दिखा कर रजिस्ट्री करा ली थी। जबकि विवादित भूमि में 250 पेड़ मौजूद है। किसान का कहना है कि इस तरह की अपराधिक सांठ गांठ की वजह से शासन को लाखों रुपयों के राजस्व की क्षति हुई है।पीडि़त के अनुसार इस कृत्य के लिए जिम्मेदार अधिकारियों को चाहिए, कि वो जमीन दलाल वासु मालाकार, क्रेता प्रतिमा संजय जैन विक्रेता अमित रतेरिया के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने के अलावा हल्का पटवारी शारदा राठौर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करें।
पीडि़त के आवेदन पर गंभीरता से विचार करने उपरांत एसडीएम रायगढ़ गगन शर्मा ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। उन्होंने इस मामले में अग्रिम कार्यवाही करने हेतु तहसील दार पुसौर को जांच टीम बनाकर रिपोर्ट देने को कहा है।
देर शाम विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार तहसील दार पुसौर सिन्हा ने जांच टीम गठित कर दी है। जो मौके पर जाकर भूमि में मौजूद वास्तविक पेड़ो की संख्या और किसान के साथ हुई धोखाधड़ी की जांच करेगी।