रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 27 दिसंबर। लैलूंगा क्षेत्र में धर्मातरण के मामले में विरोध के बाद पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी युवकों में से एक युवक की जमानत पर छूटने के बाद संदिग्ध मौत के मामले में अब पुलिस पर ही जबरन दबाव बनाने का आरोप लगने लगा है। युवक की मौत के बाद मृतक के परिजन और जिला भाजपा के पदाधिकारी जहां युवक के शव को अस्पताल के बाहर सडक़ पर रखकर धरना प्रदर्शन पर उतर आये वहीं मुआवजे के रूप में 50 लाख की मांग भी की जा रही है।
जमानत पर जेल से छूटे लैलूंगा के चार युवकों के से एक युवक की तबियत बिगडऩे से मौत हो जाने के बाद भाजपाईयो ने लैलूंगा में शव को रखते हुए चक्का जाम कर दिया था। आखिरकार 50 हजार मुआवजा व मौत के कारणों की जानकारी के लिए दण्डाधिकारी जांच करवाने के आश्वासन के बाद हंगामा शांत हो सका। बताया जा रहा है कि लैलूंगा में कुछ युवकों ने एक समाज विशेष के कार्यक्रम में धर्मांतरण कराये जाने का आरोप लगाते हुए विरोध किया था। इस पर पुलिस ने 4 युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। शनिवार को वे सभी जमानत पर रिहा हुए थे। वहीं सोमवार की शाम उनमें से एक युवक ललित यादव की अचानक तबियत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। इसपर भाजपा ने पुलिस पर युवकों को प्रताडि़त करने का आरोप लगाया जा रहा है।
भाजपा जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल, गुरूपाल भल्ला,युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत सहित रायगढ़ से भाजपा पदाधिकारी लैलूंगा पहुंचे और ललित के शव को सडक़ पर रख कर चक्काजाम शुरू कर दिए। इधर हंगामा मचते देख धरमजयगढ़ एसडीओपी दीपक मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे भाजपाईयो से चर्चा की।
भाजपा नेताओं का कहना था कि पुलिस ने प्रताडि़त किया है जिससे उसकी मौत हुई है। वही भाजपा मृतक के परिजनों को मुआवजा व पूरी घटना की सीबीआई जांच की मांग वे कर रहे थे। वही लैलूंगा एसीएम ने 50 हजार रुपये मुआवजा व घटना की दंडाधिकारी जांच कराने के लिए आशवस्त किया तब कही जाकर चक्काजाम समाप्त हो सका।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों में भाजपा के प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी प्रदेश युवा मोर्चा अध्यक्ष, रवि भगत पूर्व खाद मंत्री, सत्यानंद राठिया, उमेश अग्रवाल गुरुपाल भल्ला सहित जिले से भाजपा के दिग्गज नेता उपस्थित थे, वहीं स्थानीय प्रशासन के साथ पुलिस एसडीओपी लैलूंगा घरघोड़ा और तमनार थाना प्रभारी मौजूद थे।