सुकमा
सुकमा, 31 दिसंबर। आर एस एस का प्राथमिक शिक्षा वर्ग का समापन गुरुवार को हुआ। ज्ञात हो कि सुकमा जिले मे सप्त दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण प्राथमिक शिक्षा वर्ग का उद्घाटन 21 दिसंबर को हुआ था । इस वर्ग में सुकमा जिले के विभिन्न मंण्डलों एवं नगरों से स्वयंसेवक सैकड़ों की संख्या में उपस्थित हुए थे, जिनका प्रशिक्षण प्रात: 5 बजे से प्रारंभ होकर रात्रि 10 बजे तक विभिन्न सत्रों के माध्यम से संपन्न होता था जिसमें राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से चल रहा सात दिवसीय प्राथमिक शिक्षा वर्ग में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का प्राथमिक शिक्षा वर्ग बीते 21दिसम्बर से सरस्वती शिशू मंदिर में शुरू हुआ था।
इसमें प्रतिदिन संघ स्थान पर प्रार्थना के बाद शारीरिक शिक्षा ,खेल, बौद्धिक के साथ-साथ स्वयं सेवकों का व्यक्तित्व, नेतृत्व, समझदारी, समर्पण का भाव व देश भक्ति की भावना की बात बताई गयी। इस मौके पर मुख्य अथिति कुंवर राज बहादुर सिंग राणा जिला कार्यवाहक जी ग्रीस कुमार जिला संघ चालक आशीष दुबे व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
गुरूवार को आरएसएस के शिविर समापन के अवसर पर मुख्य अतिथि कुंवर बहादुर सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज के प्रति सदा सकारात्मक सोच रखता है।
यही नहीं छोटे से लेकर बड़े विषय पर चिंतन करना,अपना कर्तव्य समझता है। पूरी दुनिया के लोग हिन्दुत्व की ओर आकृष्ट हो रहे हैं और हिन्दू के मूल को स्वीकार कर रहे हैं। क्योंकि हिन्दू का मतलबहीनता से दूर रहने वाला। हीनता से आशय केव स्व की कल्पना है, जबकि संघ सम्पूर्ण समाज के मंगल की कामना करता है। हिन्दू समाज ही है, जो अपने संस्कृति को हमेशा संजोय रखता है।
संघ के संस्थापक डॉ. बलिराम हेडगेवार जी है उन्होंने बडे कठिनाईयों में संघ की स्थापना किए, इसलिए भारत के रक्षार्थ संघ के सिद्धांतों का पालन करते हुए सात दिनों में सभी स्वयंसेवकों ने जो भी प्रशिक्षण प्राप्त किया है, उन स्मृतियों को संजोकर इसका सदुपयोग करना। इससे समाजिक हित में कार्य करना, ताकि सबसे अलग दिखें। संघ के स्वयं सेवक संघ सदैव जाग्रत अवस्था में रहते हैं और यही संघ का ध्येय भी है। इसलिए समाज मे कुछ अलग करने के लिए एक संकल्प लेकर अपने घर जाना है।