गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा राजिम, 1 जनवरी। फिंगेश्वर ग्राम देवगांव में गुरु घासीदास जयंती कार्यक्रम धूमधाम से मनाया गया। अतिथि के रूप में रूपसिंग साहू भाजपा नेता एंव सामाजिक कार्यकर्ता जिला गरियाबंद के कर कमलों द्वारा कार्यक्रम सुचारु रुप से विधि-विधान पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि एवं क्षेत्र व गांव के खुशहाली के लिए गुरु घासीदास बाबा की जयंती पर आशीर्वाद ग्रहण किए।
आयोजक समिति द्वारा अतिथिगण को पुष्प एवं फटाखा फोड़ कर कार्यक्रम स्थल तक स्वागत किया गया। अतिथि उद्बोधन में साहू ने कहा गुरु घासीदास बाबा भारत के छत्तीसगढ़ राज्य की संत परंपरा में सर्वोपरि है बाल्यकाल से ही घासीदास के ह्रदय में वैराग्य का भाव प्रस्फुटित हो चुका था। समाज में व्यतीत पशु बलि तथा अन्य कुप्रथा का विरोध बचपन से ही करते रहें समाज को नई दिशा प्रदान करने में इन्होंने अतुलनीय योगदान दिया था।
सत्य से साक्षात्कार करना ही गुरु घासीदास के जीवन का परम लक्ष्य था। सतनामी पंत के संस्थापक भी गुरु घासीदास को माना जाता है। घासीदास की सत्य के प्रति अटूट आस्था के वजह से उन्होंने बचपन में कई चमत्कार दिखाएं जिसका लोगों पर काफी प्रभाव पड़ा गुरु घासीदास ने समाज के लोगों को सात्विक जीवन जीने की प्रेरणा दी थी। उन्होंने सिर्फ सत्य की आराधना बल्कि समाज में नई जागृति पैदा कर अपनी तपस्या से प्राप्त ज्ञान शक्ति का उपयोग मानवता की सेवा कार्य में हमेशा तत्परता दिखाए। इसी प्रभाव के चलते लाखों लोग बाबा के अनुरागी हो गए इसी तरह छत्तीसगढ़ में सतनाम पंथ की स्थापना हुई इस संप्रदायिक के लोगों उन्हें अवतार पुरुष के रूप में मानते हैं।
गुरु घासीदास मुख्य रचनाओं में उनके सात वचन सतनाम पंथ के रूप में प्रतिष्ठित है। छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर नारायण सिंह पर गुरु घासीदास सिद्धांतों का गहरा प्रभाव था। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से समाज के प्रमुख लोग उपस्थित रहकर कार्यक्रम को सफल आयोजन बनाने में संतोष मार्कंडेय,सुरेश मतावले, बुधारू धृतलहरे, मनोज रात्रे, तामेश्वर, जितेंद्र देवनारायण, सतरीण मतावले, उषा सतनामी, बृज बाई रात्रे, जमुना बाई रात्रे, चंदूलाल साहू, नानकराम, अजय राय, रूपेश साहू, मोनू साहू, प्रकाश साहू सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।