बीजापुर
पति की रिहाई के लिए कोंडागांव से पत्नी बच्चों संग बीजापुर पहुंचीं
लापता ठेकेदारों की पत्नियों ने की रिहाई की अपील
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 2 जनवरी। सडक़ का काम देखने गए चार पेटी ठेकेदार नौ दिन बीत जाने के बाद भी वापस नहीं लौटे हैं। अब उनके सकुशल वापसी के लिए उनकी पत्नियां अपने दुधमुहे बच्चों के संग बीजापुर पहुंचकर मीडिया के माध्यम से उनके रिहाई के लिए अपील कर रही हैं। इनमें से एक महिला गर्भवती हंै।
ज्ञात हो कि सडक़ का काम देखने कह कर घर से निकले पेटी ठेकेदार नीमेंद्र कुमार दीवान, नीलचन्द नाग, टेमरु नाग व चापड़ी बतैया नौ दिन से लापता हैं। लापता होने से पहले तक उनकी अपने परिजनों से फोन पर बात होती थी, लेकिन 24 दिसंबर से उन सबका फोन आना बंद हो गया। जिससे उनके परिजन परेशान होने लगे।
इसी बीच 29 दिसम्बर को नीलचन्द नाग का उनके भांजे मुलकु कश्यप के मोबाइल में टेक्स्ट मैसेज आया कि हमें नक्सलियों ने पकड़ लिया है, कोंडापल्ली में। इसके बाद नक्सली अपहरण की आशंका के चलते परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। जैसे-तैसे उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी से संपर्क किया।
सोनी सोरी सोमवार को नीमेंद्र व नीलचन्द की पत्नियों को लेकर बीजापुर पहुंचीं। कुरुसनार मर्दापाल जिला कोंडागांव से यहां पहुंची नीलचन्द की पत्नी देविका व नीमेंद्र की पत्नी मुनिया अपने दुधमुहे बच्चों संग यहां मीडिया कर्मियों से बात की।
नीमेंद्र की पत्नी मुनिया ने बताया कि उनके पति से उनकी रोजाना बात होती थी। उनके पति के पास डोजर मशीन है। उसी को वे काम की जगह पर ले गए थे। उन्होंने बताया कि उनकी आखिरी बार बात रविवार को हुई थी। इसके बाद से न तो उनका कोई फोन आया और न ही कोई खबर।
उन्होंने बिलखते हुए बताया कि वे गर्भवती है और उनका पति के सिवा कोई नहीं हैं। उन्होंने मीडिया के माध्यम से उनके और अन्य लोग की रिहाई की मार्मिक अपील की है।
वहीं नीलचन्द की पत्नी देविका भी अपने दुधमुहे बच्चे के संग यहां पहुंची हैं। उन्होंने भी उनके पति व अन्य लोगों के सकुशल रिहाई की मार्मिक अपील की हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी ने भी पेटी ठेकेदारों की रिहाई की अपील मीडिया के माध्यम से की है। वहीं इस बारे में बीजापुर एसपी अंजनेय वाष्र्णेय ने बताया कि हमें मीडिया के माध्यम से सूचना मिली है, लेकिन अब तक हमारे पास किसी भी प्रकार की शिकायत नहीं आई हैं और न ही परिजनों ने हमारे पास किसी भी प्रकार की लिखित या मौखिक शिकायत की है।