बिलासपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 6 जनवरी। मुंगेली जिले के लालपुर में एक विवाहिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके शव के पास एक सुसाइड नोट मिला है जिसमें उसने लिखा है कि मैं अपनी गलती की वजह से जा रही हूं। मेरे पति को मत फंसाना।
लालपुर थाना क्षेत्र के गोरखपुर में 26 साल की संजना कुमारी अपने 4 साल की बेटी और पति के साथ दो कमरे के मकान में रहती थी। पति एक दाल मिल में काम करता है। बुधवार की रात सभी खाना खाकर सो गए थे। रात में संजना ने अपने पति और बच्चे के कमरे को बाहर से बंद कर दिया और दूसरे कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शुक्रवार को सुबह उठा तो उसने पाया कि दरवाजा बाहर से लगा हुआ है और पत्नी कमरे में नहीं है। उसने कमरे से ही पड़ोस में रहने वाली भाभी को आवाज दी। आवाज सुनकर भाभी ने घर आकर दरवाजा खोला।
उन्होंने देखा कि दूसरे कमरे में संजना फांसी पर लटकी हुई है। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने फंदा उतारकर अस्पताल पहुंचाया लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कमरे की तलाशी ली तो एक पुरानी डायरी के पन्ने में संजना कुमारी का सुसाइड नोट मिला, जिसे उसने पापा और अम्मा को संबोधित करते हुए लिखा है कि मुझसे एक गलती हो गई है और इसीलिए मैं बाबाजी के पास जा रही हूं। आप लोग मेरे पति को मत फंसाना, उसे तो कुछ भी पता नहीं। मैं ही अपनी गलती की वजह से घुट-घुट कर जी रही थी, इसलिए जा रही हूं। मेरे पति और बच्चे की जिम्मेदारी आप के ऊपर में है। मुझे माफ कर देना।
अब पुलिस यह जानकारी जुटा रही है कि मृतका ने अपनी किस गलती की बात कही है। उसके माता-पिता का कहना है कि संजना एक और संतान चाह रही थी लेकिन पति तैयार नहीं था। हालांकि इस बात को लेकर उनके बीच कोई बड़ा झगड़ा नहीं हुआ था। फांसी लगाने के पहले मृतक संजना ने अपने भाई को भी वाट्सएप पर मेसैज भेजकर घुट-घुट कर जीने की बात लिखी थी, जिसने उसके देर बाद देखा।