सूरजपुर

हर महीने की पांच तारीख को मिलेगा मानदेय, किसी को परेशान नहीं होना पड़ेगा - स्कूल शिक्षा मंत्री
09-Jan-2023 8:30 PM
हर महीने की पांच तारीख को मिलेगा मानदेय, किसी  को परेशान नहीं होना पड़ेगा - स्कूल शिक्षा मंत्री

   आश्वासन से संतुष्ट सफाई कर्मियों का मंत्री निवास घेराव टला   

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

प्रतापपुर, 9 जनवरी। उन्हें करना तो था भोला भवन का घेराव लेकिन स्कूल शिक्षा मंत्री की बातों से सन्तुष्ट हो उनका फूल मालाओं से अभिनन्दन किया। बात प्रतापपुर की है, जहां विभिन्न मांगों को लेकर अंशकालीन स्वीपर संघ प्रतापपुर में डॉ. प्रेमसाय सिंह के निवास भोला भवन का घेराव करने वाले थे। घेराव से पहले संघ का एक प्रतिनिधिमंडल भोला भवन पहुँचा और अपनी मांगें उनके सामने रख शासन स्तर पर पहल व पूरी करने की अपील की। उनसे बातचीत के बाद संघ के सदस्य सन्तुष्ट नजर आए और फूल मालाओं से उनका अभिनन्दन किया।

स्वीपर कल्याण संघ के पदाधिकारी और सदस्य अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रतापपुर में स्कूल शिक्षा मंत्री के निवास भोला भवन का घेराव करने वाले थे। इसके लिए वे  बस स्टैंड के मिनी स्टेडियम में एकत्रित हो आम सभा कर रहे थे। घेराव से पहले संघ का एक प्रतिनिधिमंडल आज प्रतापपुर पहुंचे डॉ. प्रेमसाय सिंह से मिलने उनके निवास पहुंचा। इनके मिलने आने की जानकारी के बाद वे निवास से बाहर आकर उनसे मिले और उनकी बात सुनी।

प्रतिनिधिमंडल ने अपनी बात रखते हुए डॉ. प्रेमसाय सिंह से कहा कि स्कूल सफाई कर्मचारी की नियुक्ति सन 2011 में हुई थी। स्कूल सफाई कर्मचारियों से 10 से 12 बजे तक दो घंटों तक काम लिया जाता है। दोपहर 12 बजे के उपरांत दूसरा अन्य कोई कार्य नहीं मिल पाने के कारण दिनभर की मजदूरी से वंचित रह जाते हैं, जिसके एवज में कर्मचारियों को 24 सौ के करीब प्रतिमाह मानदेय निर्धारित है। इतनी कम राशि में उनके परिवार का भरण पोषण करना सम्भव नहीं है। जिसके कारण हमें आर्थिक शारीरिक मानसिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ता है, हमारे कई अन्य साथी गरीबी से परेशान होकर आत्महत्या भी कर चुके हैं। सफाई कार्य में अधिकांश निम्न वर्गों के लोग कर रहे हैं जिसमें से 90 फीसदी सदस्य अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लोग हैं।

पूरी स्थिति बताते हुए उन्होंने स्कूल शिक्षा मंत्री के सामने अंशकालीन की बजाए उन्हें पूर्णकालिन बनाने सहित अन्य मांगे रखीं और ज्ञापन दिया।

डॉ. प्रेमसाय सिंह ने उनसे कहा कि सरकार को उनके हितों की चिंता है और जो बेहतर हो सकता है उस पर काम कर रही है।

पूर्व में सफाई कर्मचारी हड़ताल में था, उनका मानदेय रोका गया था लेकिन उसे देने भी प्रक्रिया पूरी हो गई है। प्रतापपुर में हड़ताली सफाई कर्मचारियों को मानदेय दे दिया गया है और प्रदेश के बाकी हिस्सों में भी शीघ्र भुगतान हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आप लोगो की अन्य मांगे हैं, उन पर भी शासन सही समय पर सही निर्णय लेगी।

प्रतिनिधिमंडल ने उनकी बात सुनी और सकारात्मक जवाब सुन भोला भवन के घेराव का निर्णय वापस ले लिया और फूल मालाओं से उनका अभिनन्दन किया। दूसरी तरफ मिनी स्टेडियम में संघ की आमसभा आयोजित हुई जिसमें वक्ताओं ने अपनी परेशानियों का उल्लेख करते हुए शासन से उनके हित में शीघ्र निर्णय लेने की मांग की। इस दौरान जिले व ब्लॉक के संघ के पदाधिकारी व सदस्य उपस्थित थे।

भोला भवन में संघ के प्रतिनिधिमंडल ने स्कूल शिक्षा मंत्री को बताया कि उन्हें मात्र 24 सौ के करीब मानदेय मिलता है और यह भी प्रतिमाह नियमित न मिल 3 से 4 महीने में भुगतान किया जाता है। इतनी कम राशि में अपने परिवार का भरण पोषण कर पाना सम्भव है ही नहीं और कई कई महीनों बाद मिलने के कारण उनकी स्थिति और नाजुक हो जाती है।  उनकी बातें सुन स्कूल शिक्षा मंत्री न उन्हें आश्वस्त किया कि हर महीने की पांच तारीख तक उनका मानदेय मिल जाएगा, किसी को इसके लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।

स्वीपर संघ रैली और भोला भवन के घेराव से पहले मिनी स्टेडियम मैदान में आम सभा कर रहा था। स्कूल शिक्षा मंत्री निर्धारित कार्यक्रम के कारण उनके बीच नहीं पहुंच सके, लेकिन उनके निर्देश के बाद विधिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र दुबे,कांग्रेसी नेता मुकेश गर्ग, ब्लॉक कांग्रेस के उपाध्यक्ष सतीश चौबे सहित एसडीओपी अमोलक सिंह ढिल्लो, बीईओ एमएस धुर्वे कार्यक्रम स्थल पर गए और उनकी मांगों के अनुरूप स्कूल शिक्षा मंत्री की बात उनके सामने रखी।

जितेंद्र दुबे ने उन्हें बताया कि आपके प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री जी से मिल उनके सामने पूरी बात रखी है। मंत्री जी को आपकी और आपके परिवार की चिंता है और यही कारण है कि प्रतापपुर में हड़ताली स्कूल सफाई कर्मियों को मानदेय दे दिया गया है तथा पूरे प्रदेश में शीघ्र हो जाएगा। आप सभी की अन्य मांगे सरकार की नजर में हैं, हमारे स्कूल शिक्षा मंत्री भी मुख्यमंत्री के सामने आपकी बातों को रखते हैं। आप लोगों को पूर्णकालिन स्कूल सफाई कर्मचारी बनाने का निर्णय कोई अकेले नहीं ले सकता, बल्कि यह निर्णय कैबिनेट की मीटिंग में सहमति और निर्णय के बाद ही होगा। हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री संवेदनशील हैं और हर वर्ग, कर्मचारियों का उन्हें ख्याल है,निश्चित तौर पर वे भविष्य में कैबिनेट की बैठक में स्कूल सफाई कर्मचारी के हित में निर्णय लेंगे।

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