बेमेतरा

नोनी सशक्तिकरण योजना में आयु सीमा बढ़ाने से हितग्राहियों को मिलेगा लाभ, बेमेतरा प्रदेश में तीसरे स्थान पर
12-Jan-2023 3:09 PM
नोनी सशक्तिकरण योजना में आयु सीमा बढ़ाने से हितग्राहियों को मिलेगा लाभ, बेमेतरा प्रदेश में तीसरे स्थान पर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 12 जनवरी।
प्रदेश में नोनी सशक्तिकरण योजना के तहत आयु वर्ग में बढ़ोतरी किए जाने के बाद जिले में हितग्राहियों की संख्या में इजाफा हुआ है। योजना के तहत लोगों को लाभान्वित करने के मामले में बेमेतरा जिला पूरे प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। जिले में जारी सत्र के दौरान दो करोड़ 53 लाख रुपए का सहायता राशि पंजीकृत संयुक्त परिवार के बेटियों को दिया गया है। वहीं 667 हितग्राहियों के लिए शासन स्तर से जिले को बजट जारी किया जा चुका है जिसका वितरण किया जाना है। बीते मई महीने में हितग्राही बालिकाओं का अधिकतम आयु 21 वर्ष किया गया है। इससे पूर्व अधिकतम आयु 18 साल 6 महीने निर्धारित किया गया था।

जिले में नोनी सशक्तिकरण योजना को तहत जिले में श्रमिक परिवार के बेटियों से 26 सौ से अधिक आवेदन मिले हैं। योजना के तहत 1265 हिताग्राहियों को 2 करोड़ 53 लाख से अधिक का लाभ प्रत्येक हितग्राहियों को 20 हजार की मान से किया गया है। इन सबके बावजूद जिले में अभी भी 770 हितग्राहियों को योजना के तहत लाभ लेने के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।

जिला कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बीते वर्ष 26 जनवरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा नोनी सशक्तिकरण योजना की घोषणा किया गया था जिसमें पंजीकृत श्रमिकों की दो बच्चियों को 20-20 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दिया जाना है। इसके लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष और अधिकतम आयु सीमा 18 वर्ष छह महीने रखी गई है जिसकी वजह से बहुत से श्रमिक योजना का लाभ लेने से कई हितग्राही वंचित रह गये थे।

बीते दिनों योजना में सुधार करते हुए 18 साल से लेकर 21 आयु वर्ग के बालिकाओं को लाभ देने के लिए पात्र घोषित किया गया है। पूर्व में योजना का बहुत कम लोगों ने लाभ उठाया था। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण आयु बंधन को माना जा रहा है। आयु सीमा को 21 वर्ष तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इसके बाद आवेदनों की संख्या इजाफा हुआ है। बेमेतरा, साजा, बेरला व नवागढ़ ब्लाक के 2637 हितग्राहियो ने आवेदन प्रस्तुत किया है जिसमें से 1265 हितग्राहियों को 2 करोड़ 53 लाख का सहायता राशि प्रदान किया गया है। वहीं 608 आवेदन निरस्त होने के बाद 770 आवेदन लंबित है जिसके लिए सहायता राशि जारी किया जाना बाकी है।

योजना के तहत आवेदन - 2637 हितग्राही, लंबित आवेदन -770 प्रकरण, निरस्त आवेदन - 608 प्रकरण, लाभान्वित हितग्राही -1265, जारी रकम - 2.53 करोड़।

रोजगार कार्यालय में हितग्राहियों की भीड़
जिला कार्यालय के श्रम पदाधिकारी कार्यालय में नोनी सशक्तिकरण के लिए आन लाईन आवेदन के साथ-साथ पंजीयन फिर सत्यापन के लिए कार्यालय में हितग्राही बालिकाओं की भीड़ भी रहती है। हालांकि अभी भी जिले में पंजीकृत श्रमिकों की संख्या केा देखते हुए लाभान्वित बालिकाओं की संख्या कम ही है। जानकार मानते हैं कि इसे योजना को अब लगभग एक साल का समय अवधि पूर्ण होने को है जिसे देखते हुए लाभ लेने वालों की संख्या 3 हजार से भी कम है। ऐसे में योजना के प्रचार-प्रसार पर अधिक ध्यान दिये जाने की दरकार है।

बेटियां 10वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहिए
बेटियां 10वीं की परीक्षा में उत्तीर्ण होना चाहिए। इसके अलावा श्रमिक के माता-पिता या दोनों कम से कम एक साल से छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल में पंजीकृत होना चाहिए। साथ ही हितग्राही गत वर्ष कम से कम 90 दिवस निर्माण श्रमिक के रूप में कार्यरत रहा हो। वहीं यदि श्रमिक की बेटियों का श्रम विभाग के किसी भी मंडल में पंजीयन होगा, तो वो इस सहायता के लिए पात्र नहीं होंगी।

श्रमिकों के दो बेटियों को लाभान्वित करने की योजना
राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण सहायता योजना में उम्र के बंधन में अहम बदलाव किया है। अब ऐसे श्रमिक जिनकी दो बेटियों की आयु सीमा 18 से 21 वर्ष है। उन्हें योजना के तहत 20-20 हजार रुपए की एकमुश्त सहायता राशि दिया जा रहा है। इससे पहले आयु सीमा न्यूनतम 18 वर्ष और अधिकतम 18 वर्ष छह महीने रखी गई थी। सरकार ने अपनी पॉलिसी में अहम बदलाव किया है। इससे पंजीकृत अधिक श्रमिकों को लाभ होगा।
बेमेतरा प्रमुख पदाधिकारी एन.के.साहू ने बताया कि जिले में योजना को बेहतर रिस्पांस मिला है, अभी तक 253 लाख की सहायता राशि जारी किया जा चुका है, वहीं 667 हितग्राहियों को सहायता राशि का वितरण किया जाना है इसका बजट प्राप्त हो चुका है।
 

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