गरियाबंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 16 जनवरी। छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के द्वारा समाज सुधार की दिशा में बरसों पहले सामाजिक आचार संहिता नियमावली बनाया गया है इसमें अनुच्छेद 16 में मृत्यु संस्कार नियमावली में मृत्यु भोज आवश्यक नहीं होगा तथा मृत्यु भोज शांति भोज में मिष्ठान कलेवा पूर्णता प्रतिबंधित है मृतक भोज यदि स्वेच्छा से कराया जाता है, तो पूर्णता सादा चावल, दाल, सब्जी, भोजन की व्यवस्था किया किए जाने का उल्लेख है। किंतु इस नियम का पालन समाज के कुछ ही लोगों द्वारा किया जा रहा है। इस नियम का अक्षरश से पालन आज छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के उपाध्यक्ष भुनेश्वर साहू के बड़े भैया स्व. ईश्वर साहू जी (ग्राम बिरोड़ा जिला गरियाबंद) के दशगात्र कार्यक्रम में शांति भोज (मृत्यु भोज) का आयोजन कर किया गया। जिसमें कलेवा मुक्त मिष्ठान रहित सादा भोजन चावल दाल सब्जी सभी स्वजनों को कराया गया। सादा भोजन कलेवा मुक्त मिष्ठान रहित भोजन परोसते देखकर महासमुंद लोकसभा क्षेत्र के सांसद चुन्नीलाल साहू ने प्रशंसा कर स्वयं सादा भोजन परोसने लगे। समाज के नियम का परिपालन छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ के उपाध्यक्ष भुनेश्वर साहू ने अपने घर से शुरुआत किया। यह साहू समाज के लिए गौरव की बात है।
इस अनुकरणीय कार्य के लिए साहू समाज राजिम भक्तिन माता समिति की ओर से भुनेश्वर साहू एवं उनके परिजनों के द्वारा किए गए पहल की प्रशंसा कर समाज के लिए अनुकरणीय कार्य बताया। इस अवसर पर साहू समाज राजिम भक्तिन माता समिति के अध्यक्ष लाला साहू, कार्यकारी अध्यक्ष ईश्वरी साहू, महासचिव लोकनाथ सोहन साहू, कोषाध्यक्ष भोले साहू, उपाध्यक्ष नूतन साहू, संयुक्त सचिव गोपाल साहू, खोमन साहू, जिला साहू संघ गरियाबंद के अध्यक्ष नारायण साहू, कोषाध्यक्ष घनश्याम साहू, जिला भाजपा अध्यक्ष राजेश साहू, प्रदेश युवा प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष राजू साहू, किसान मोर्चा के महामंत्री मनीष हरित, नगर साहू संघ राजिम के अध्यक्ष भवानी शंकर साहू, समाजसेवी रूपसिंग साहू, पंडित परिषद के अध्यक्ष अर्जुन नयन तिवारी, प्राचार्य रूपेंद्र साहू, पूर्व सरपंच रामाधार साहू, जनपद सदस्य प्रतिनिधि गजेंद्र निषाद, डॉ सुबोध साहू एवं ग्राम बिरोड़ा के समाज लोग उपस्थित थे।