रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 19 जनवरी। स्टाइफंड में वृद्वि और अन्य तीन मांगों को लेकर राजधानी रायपुर समेत प्रदेशभर के तीन हजार इंटर्न डॉक्टर (जूड़ो) हड़ताल पर चले गए हैं। इससे अं बेडकर अस्पताल से लेकर जिला अस्पतालों में मरीजों को सुबह की खुराक नहीं मिली। वहीं सीनियर डॉक्टर्स को ओपीडी में बैठना पड़ा।
राजधानी के सभी इंटर्न डाक्टर्स अंबेडकर अस्पताल के सामने पंडाल लगाकर धरने पर बैठ गए। हाथों में इनके सरकार विरोधी पोस्टर-बैनर थे। इनमें चार गुनी हुई मंहगाई इंक्रीमेंट फिर भी नहीं लगाई। डॉक्टर्स के साथ न्याय करे,4वर्षो से कोई इंक्रीमेंट नहीं,शौक नहीं मजबूरी है। जैसे नारे लिखे हुए थे। इस बीच डीन और डॉयरेक्टर ने सभी कंसलटेंट डॉक्टर्स की छूट्टियां रद्द कर दी है। इनकी हड़ताल को आईएमए ने भी समर्थन दिया है। अपनी मांगों को लेकर जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री, राज्यपाल, स्वास्थ्यमंत्री, स्वास्थ्य सचिव, डायरेक्टर डीन को महीनेभर पहले से हड़ताल टालने का आगह करते रहे हैं।
इस पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कल ही कहा था कि मांगे रखना सही है, हड़ताल करना उचित नहीं। इससे जरूरतमंद मरीज प्रभावित होते हैं। हड़ताल करने से उनकी बात सूनी जाएगी यह तर्क ठीक नहीं।