बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 जनवरी। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश सदस्य व पार्षद नंदकिशोर राणा ने आरोप लगाया है कि सीएमएचओ कार्यालय में हुए फर्जी नियुक्ति मामले के उजागर होने के बाद इस मामले में सीएमएचओ को बचाकर छोटे कर्मचारी पर कार्रवाई की गई। इससे साफ जाहिर होता है कि अफसर को राजनीति संरक्षण प्राप्त है।
प्रेस को जारी किये अपने बयान में नंदकिशोर राणा ने स्थानीय विधायक व सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने पर जांच के नाम पर हिलाहवाला किया जा रहा है। इसीलिए उच्च अधिकारियों को क्षेत्रीय विधायक बचाने में लगी है, जबकि उच्च अधिकारियों के आदेश पर ही नियुक्ति या कार्य आदेश जारी किया जाता है।
राणा ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि अनुकंपा नियुक्ति और भ्रष्टाचार के मामले में जितने भी लोग संलिप्त है। उन पर निष्पक्ष जांच कर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई करें। जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था खस्ताहाल है।डॉक्टर की कमी,स्वास्थ्य वर्कर की कमी के कारण सुदूर क्षेत्रों मे लोगों के जान पर बन आ रही है।
जिला प्रशासन सिर्फ बैनर और पोस्टरों में विकास दिखा रही है। जल्द से जल्द शासन प्रशासन इन मामले पर ध्यान दें, अन्यथा उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।