बेमेतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 जनवरी। 14 से 16 जनवरी नगर पंचायत बेरला में मंडाई का आयोजन किया गया था। आसपास से छोटे व्यापारी नगर पंचायत बेरला व्यापार करने के लिये पहुंचे। आरोप है कि नगर पंचायत बेरला द्वारा 10 बाई 12 की दुकानों से रसीद देकर 2100 रुपये तक वसूल कर लिया गया। मनमाने तरीके से लोगों से दबाव बनाकर वसूली को अंजाम दिया गया।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ शासन द्वारा छोटे फुटकर व्यापारियों को बढ़ावा देने व व्यापार को आगे ले जाने के लिये 2018 से शासन द्वारा बाजार शुल्क खत्म कर दिया गया था।
नगर पंचायत बेरला के कर्मचारी द्वारा नापजोख करके रोड़ व दुकानों की मार्किंग की गयी। नगर पंचायत के कर्मचारी अजीत वर्मा ने बताया कि जन प्रतिनिधियों के मौखिक आदेश पर मैं मंडई व्यवस्था में था रोड में मार्किंग किया गया है।
15 बाई 15 दुकान का 3000 वसूले
कुसमी निवासी टेकराम साहू ने आरोप लगाया कि 15 बाई 15 की भजिया दुकान के लिए 3000 रुपये नगर पंचायत ने वसूला। तारालिम निवासी अजीत खान ने आरोप लगाया कि चूड़ी दुकान के लिए 1200 रुपए वसूल किया। वहीं विजय कुमार खिलौना दुकान के लिए 10 बाई 10 से 1200 रुपए वसूल कर लिया गया।
बाकायदा वसूली का रसीद भी दिया
भिलाई निवासी विरेन्द्र प्रसाद ने आरोप लगाया कि 10 बाई 12 की कपड़ा दुकान संचालन करने के लिए 2100 रुपये वसूल कर लिया गया। नगर पंचायत बेरला द्वारा रसीद भी दिया गया।
कई दुकानदार मनमाने रेट के कारण हुए वापस
नगर पंचायत बेरला में बेमेतरा,साजा, भिलाई, रायपुर सहित आसपास के व्यापारी व्यापार करने करने के लिए बेरला मंडई में व्यापार करने आते है, मगर नगर पंचायत बेरला के मनमाने वसूली के कारण वापस अपने घर लौट गए। भिलाई निवासी कपड़ा व्यापारी मनोज साहू ने आरोप लगाया कि 10 बाई 15 की दुकान का 3000 रुपए मांग की जा रही थी। दो दिन के मेले में तीन हजार रुपए ज्यादा है। गरीब आदमी क्या कमायेगा। मैं दुकान नही लगाया, वापस आ गया। आने-जाने का खर्च अलग से हुआ।
दोषियों पर होगी कार्रवाई - छाबड़ा
मामले में नगर पंचायत बेरला के सीएमओ वनिश दुबे से सपंर्क करने पर उन्होंने फोन नहीं उठाया। बेरला एसडीएम युगल किशोर उर्वसा ने कहा कि यह गलत है। सीएमओ को बुलाकर जानकारी लेता हूं। मामले में बेमेतरा विधायक आशीष छाबड़ा ने कहा कि दुकानदारों से वसूली गलत है। दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।