धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मगरलोड, 23 जनवरी। मगरलोड महा व्यापारी संघ की आपसी मनमुटाव बीते दिनों बस स्टैंड की सडक़ों पर शुक्रवार को देखने मिला जिसमें नगर के ही व्यापारियों के बीच व्यापारी के हितों की रक्षा के लिए व्यापारियों द्वारा एक संगठन का निर्माण किया गया, जिसे मगरलोड महा व्यापारी संघ का नाम दिया गया।
मगरलोड में स्थित प्रत्येक दुकानदार इसके सदस्य बनाए गए जिससे बकायदा सदस्यता शुल्क के नाम पर प्रतिमाह एक निश्चित रकम कोष में जमा किया जाता है और सालाना एक बैठक आयोजित की जाती है, जिसमें सभी अपनी बातों को रखते हैं दूसरा महा व्यापारी संघ द्वारा गणेश व दुर्गा पंडाल का भी आयोजन किया जाता है।
इस बार कुछ व्यापारी ने दान के दाम इनाम के इनाम वाली कूपन लेकर आए। इनामी कूपन का ड्रा की सोची और संघ के 28 सदस्यों को इसकी जिम्मेदारी दी गई।
ड्रा के लिए पंपलेट और आमंत्रण कार्ड छपवाया गया। कूपन स्कीम गणेश उत्सव से पहले चालू हुआ तो लोगों को लगा कि गणेश विसर्जन के दिन ड्रा होगा नहीं परंतु दुर्गा विसर्जन, दीपावली के बाद भी नहीं हुआ, मतलब कई महीनों तक दोनों हाथों से धन बटोरा गया इनामी कूपन के बारे में हमेशा ही संशय बना रहता है, क्योंकि इसमें ड्रा की कोई निश्चित पद्धति नहीं है, जिसमें ईमानदारी सुनिश्चित करना और उस पर विश्वास करना कठिन हो जाता है फिर भी लालच और भगवान पर आस्था इस खुलेआम डकैती को प्रोत्साहित करती है। इससे संबंधित जानकारी रखने वाले बताते हैं कि इसमें एक ही दिन में लाखों की आवक हो जाती है बदले में प्रशासन को मिलता है।
संघ के पदाधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि संघ की ओर से 50 हजार की राशि भी निकालकर कूपन समिति को दिया गया, जिसकी जानकारी संघ के अधिकतर सदस्यों को नहीं है।