धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 24 जनवरी। राष्ट्रीय अंधत्व एवं अल्प दृष्टि नियंत्रण कार्यक्रम के तहत छतीसगढ़ राज्य को पायलेट प्रोजेक्ट के तहत दोनों आँखों से मोतियाबिंद मुक्त करने के लिए धमतरी जिला के कुरूद विकासखण्ड को सर्वप्रथम बाइलेटरर मोतियाबिंद मुक्त घोषित कर प्रमाण पत्र दिया गया।
बीएमओ डॉ. यूएस नवरत्न ने बताया कि कलेक्टर एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला नोडल अधिकारी (अंधत्व) डॉ. जेएस खालसा के निर्देशानुसार विकासखंड कुरूद के समस्त 134 ग्रामो का सर्वेक्षण कराया गया। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश सूर्यवंशी , डॉ. गुरुशरण साहू (जिला सहा. नोडल अधिकारी अंधत्व) के मार्गदर्शन में सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी , ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक , आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं , मितानिन दीदी आदि स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा वितीय वर्ष 2022 माह अप्रेल ,मई ,जून के प्रारंभ में दोनों आँखों से मोतियाबिंद मरीजो का सर्वेक्षण कर विकास खण्ड नोडल अधिकारी अंधत्व कुरूद डॉ क्षितिज साहू के नेतृत्व में समस्त नेत्र चिकित्सा सहा. अधिकारियों द्वारा पूर्ण रूप से जांच कर सत्यापन किया गया था जिसमें दोनों आंखों से पाए गए 40 मोतियाबिंद मरीजो का सफल ऑपरेशन जिला चिकित्सालय नेत्र रोग विभाग में कराया जा चुका है ।
इस बारे में विकास खण्ड नोडल अधिकारी अंधत्व डॉ. क्षितिज साहू ने बताया कि धमतरी जिले में सर्वप्रथम कुरूद विकासखण्ड को बाइलेटरर मोतियाबिंद मुक्त घोषित किया गया है। दोनो आँखों से मोतियाबिंद ग्रसित अब कुरूद विकासखण्ड में कोई मरीज नई है और जो अनफिट है या जिनका सुगर कंट्रोल नही है उन्हें चिन्हित कर रख किया गया है जिनका ऑपरेशन स्वस्थ होने पर करवाया जाएगा । इस उपलब्धि को हासिल करने में नेत्रदान अधिकारी डॉ. लोमेश कुर्रे , वरिष्ठ नेत्र चिकित्सा सहा अधिकारी डॉ चितेश साहू , डॉ राजेश सोनी , नेत्र चिकित्सा सहा अधिकारी डॉ. प्रवीण टण्डन, डॉ दुलेश ध्रुव , डॉ दुतेंद्र कंवर , डॉ किर्तन साहू , डॉ लिकेश्वर प्रजापति का सहयोग रहा।