कोण्डागांव

छत्तीसगढ़ी, हल्बी, गोंडी भाषा में कविताएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 24 जनवरी। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग द्वारा छत्तीसगढ़ी भाषा के संरक्षण संवर्धन एवं संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने को लेकर संभागीय स्तरीय साहित्यकार सम्मेलन एवं विचार गोष्ठी एवं स्थानीय भाषा बोलियों की कवि सम्मेलन का आयोजन इक्कीस जनवरी को बस्तर आर्ट एंड लिटरेचर बादल आसना में किया किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जगदलपुर विधायक रेखचन्द जैन, पद्म धर्मपाल सैनी ,राजभाषा आयोग के सचिव डॉ अनिल भतपहरी जिला पंचायत अध्यक्ष वेदवती कश्यप आदि की गरिमामय उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया कार्यक्रम में स्थानीय भाषा बोलियों एवं छत्तीसगढ़ी भाषा में अंतर्संबंध पर आधारित विचार गोष्ठी में साहित्यकारों ने अपने विचार रखे। इस अवसर पर साहित्यकारों का सम्मान राजभाषा आयोग की ओर से सचिव डॉ अनिल भतपहरी सहित गणमान्य मंचस्थ अतिथि द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दूसरे भाग में उपस्थित कवियों द्वारा छत्तीसगढ़ी हल्बी गोंडी व स्थानीय भाषाओं में काव्य पाठ कर खूब तालियां बटोरी।
कार्यक्रम में शशांक शेंडे, पूर्णिमा सरोज, भरत गंगादितय्य, रुद्र नारायण पाणीग्राही, नरेंद्र पाढ़ी, सुरेश विश्वकर्मा, मथु तिवारी ,एसपी विश्वकर्मा, बृजेश तिवारी सहित सुकमा, बीजापुर, दन्तेवाड़ा, कोण्डागांव सहित सम्भाग भर के साहित्यकार उपस्थित थे।