बस्तर

जगदलपुर, 27 जनवरी। पूरे भारत में जहां गणतंत्र दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया, वहीं जगदलपुर में रहने वाले थर्ड जेंडर के परिवार के लोगों के खुशी का कोई ठिकाना ही नहीं है, जिसका कारण है कि अभी हाल में ही हुई बस्तर फाइटर में थर्ड जेंडर के 8 सदस्यों ने पहली बार 26 जनवरी को लालबाग मैदान में आयोजित परेड दल में शामिल होने के साथ ही प्रदेश के मुखिया को सलामी देते हुए मार्च पास्ट भी किया। थर्ड जेंडर के सदस्यों ने अपने समाज के बच्चों को पढ़ाई पर ध्यान देने के साथ ही आगे बढ़ाने के साथ ही और भी उच्च पद पर आसीन होने की कामना भी की।
बस्तर फाइटर में शामिल दिव्या निषाद ने बताया कि थर्ड जेंडर समाज के सदस्यों ने कभी भी नहीं सोचा था कि उन्हें प्रदेश के मुखिया के द्वारा इतनी बड़ी सौगात दी जाएगी कि उन्हें भी पुलिस बल में शामिल होने का मौका मिलेगा। बस्तर फाइटर के गठन के साथ ही थर्ड जेंडर को भी शामिल करने की बात सामने आई।
इस घोषणा के साथ ही थर्ड जेंडर के सदस्यों ने दिन रात एक करते हुए मेहनत शुरू किया, जहां 15 हजार से अधिक आवेदन के बाद भी समाज के सदस्यों ने हिस्सा लिया, चयन के दौरान फिजिकल, साक्षात्कार, परीक्षा आदि को पार करने के बाद सूरज कुमार, हिमाशी सोरी, सीमा प्रधान, दिव्या निषाद, रिया मंडावी, दामिनी कोर्राम, सानू व रानी मंडावी का चयन किया गया।
चयन के बाद इन सभी को ट्रेनिंग के लिए रायपुर के माना कैंप भेजा गया, इस बार लालबाग मैदान में आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस के मौके पर इन्हें भी परेड में शामिल होने को कहा गया, जहां 17 जनवरी से लगातार सुबह शाम परेड किया गया, और आखिरकार जिस पल का इंतजार कर रहे थे, वह पल गुरुवार की सुबह लालबाग मैदान में साकार हुआ, जहां थर्ड जेंडर के सदस्यों ने 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर शामिल होने के साथ ही मार्च पास्ट में हिस्सा लिया और मुख्यमंत्री को सलामी भी दी।
दिव्या का कहना था कि हमें यहां तक लाने में मितवा संकल्प समिति को अध्यक्ष विद्या राजपूत का अहम योगदान रहा, क्योंकि ये खुद ही थर्ड जेंडर समाज से है।
दिव्या का कहना था कि पहले पुलिस बल में लडक़ा या फिर लड़कियों को ही शामिल किया जाता था, लेकिन इस बार मुख्यमंत्री ने थर्ड जेंडर को शामिल कर उन्हें नई जिंदगी दी है, अब हम भी प्रयास करेंगे की हमारे समाज के अन्य सदस्यों को प्रेरित करेंगे कि वे भी अच्छे से पढ़ाई लिखाई कारण के साथ ही हम से भी बड़े पद पर आसीन होकर हमारे समाज का नाम रोशन करें, जिससे कि उन्हें भी अन्य समाज गौरांवित महसूस कर सके।