बालोद
मेरा सम्मान समस्त कलाकारों और छत्तीसगढ़ का सम्मान - डोमार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बालोद, 27 जनवरी। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश की राष्ट्रपति द्रौपति मुर्मू ने देश को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने पद्म पुरस्कारों की घोषणा की। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के निवासियों के लिए गणतंत्र दिवस की इस पूर्व संध्या ने खुशियों से भर दिया।
बालोद जिले के ग्राम लाटाबोड़ के निवासी नृत्य कला के साधक एवं मशहूर कलाकार डोमार सिंह कुंवर को पद्मश्री से सम्मानित करने का ऐलान किया है। इस खबर के बाद से बालोद जिले में हर्ष व्याप्त है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की विलुप्त होती नाचा की कला को देश से लेकर विदेशों तक ख्याति दिलाई। इन्होंने 5 हजार से भी ज्यादा मंचन किया है। आज जिला प्रशासन द्वारा भी उन्हें सम्मानित किया गया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि यह सम्मान समस्त छत्तीसगढ़वासियों का सम्मान है और समस्त कलाकारों का सम्मान है। उन्होंने कहा कि नाचा देखना चाहिए और नाचा देखने से ही उन्हें सभी तरह के रस मिल पाते हैं। उन्होंने बताया कि वे नाट्य कला के माध्यम से लगातार लोगों को जागरूक करने का काम कर रहे हैं और उन्होंने इस कला में सभी रोल अदा किए हैं। उन्होंने कहा कि मुझे काफी खुशी हो रही है कि मैं इस पुरस्कार के लिए चयनित हुआ हूं।