बीजापुर
बीजापुर, 27 जनवरी। हौले हौले बीजापुर की तस्वीर और तकदीर समय के साथ बदलती जा रही हैं। गणतंत्र के गौरव को करीब से देखने पहली बार नक्सलगढ़ के सौ से ज्यादा बच्चों ने बीजापुर आकर मुख्य कार्यक्रम को देखा। इन बच्चों को विधायक और कलेक्टर ने उपहार देकर अपने साथ भोजन कराया।
गणतंत्र दिवस का मुख्य कार्यक्रम बीजापुर के मिनी स्टेडियम ग्राउंड में आयोजित था। सुबह 9 बजे मुख्य समारोह स्थल पहुंचे बविप्र के उपाध्यक्ष व विधायक विक्रम मंडावी ने ध्वाजारोहण किया। जिलाबल सीआरपीएफ नगर सेना व छसबल के जवानों द्वारा सलामी दी गई। इसके बाद मुख्यातिथि ने सीएम का प्रदेश की जनता के नाम संदेश को पढ़ा व कबूतर व गुब्बारे आकाश में छोड़े गये। यहां शहीद जवानों के परिवारों के सदस्यों को शॉल श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। इसके बाद जवानों व स्कूली छात्रों ने कदमताल करते हुए मार्चपास्ट किया गया। कार्यक्रम में जिन नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 18 सालों से बंद पड़े 194 स्कूलों को पुन: खोला गया है।
उन स्कूलों के सौ से ज्यादा बच्चे पहली बार यहां आकर गणतंत्र के गौरव को करीब से देखकर खुशी से झूम उठे। गोरना, मनकेली, कडेनार, हिरोलीपारा, गुब्बालगुड़ा, पालनार,कचलारम, भट्टीगुड़ा, रंगाईगुडा, गौरारम व बन्देपारा सरीखे के नक्सल प्रभावित क्षेत्र से यहां पहली बार पहुंचे सौ से ज्यादा बच्चों ने गणतंत्र के मुख्य कार्यक्रम को बेहद संजीदगी व करीब से देखा। पूरे कार्यक्रम के दौरान बच्चे बेहद खुश और उत्साहित दिखे।
गणतंत्र दिवस के मौके पर हुए विभिन्न कार्यक्रमों के बाद बविप्र के उपाध्यक्ष व स्थानीय विधायक ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र से आये इन बच्चों को उपहार दिये। इतना ही नहीं बीजापुर कलेक्टर राजेन्द्र कटारा व विधायक ने कस्तूरबा आश्रम में इन बच्चों के संग भोजन भी किये।