राजनांदगांव
अधूरे परीक्षा की तैयारी और अव्यवस्था के खिलाफ पालक हुए लामबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 जनवरी। पेंड्री स्थित एकलव्य विद्यालय की बदइंतजामी से नाराज होकर पालक अपने बच्चों को घर ले गए। पिछले कुछ दिनों से विद्यालय की अव्यवस्था के खिलाफ पालक काफी आवाज उठा रहे हैं। इससे हताश होकर पालकों ने आखिरकार बच्चों को घर ले जाने में भलाई समझी। पालक संघ ने एक फरवरी को प्रबंधन और प्रशासन के खिलाफ धरना देने का ऐलान किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक पेंड्री स्थित एकलव्य आवासीय विद्यालय में अव्यवस्था और असुरक्षा के माहौल से त्रस्त होकर पाल कों ने अपने बच्चों को घर वापस ले जाने का निर्णय लिया। रविवार को स्कूल के पालक समिति के सदस्य वहां पहुंच गए और एक-एक कर अपने बच्चों को ले जाने लगे। पूर्व में पालकों ने व्यवस्था में सुधार के लिए 29 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया था।
बताया जा रहा है कि पालकों के पहुंचने पर मौके पर कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा, ताकि पालकों से चर्चा कर सके। स्कूली बच्चे अपने पालकों के साथ लौट गए। बताया गया कि राजनांदगांव, केसीजी और एमएमसी तीनों जिलों के 418 बच्चे एकलव्य आवासीय स्कूल में अध्ययनरत हैं। पूर्व में कई बार अव्यवस्था और असुरक्षा को लेकर शिकायत की गई, लेकिन कोई सुधार नहीं होने के कारण रविवार को हंगामा हुआ। पालकों में इस रवैये को लेकर काफी नाराजगी भी देखने को मिली।
मिली जानकारी के अनुसार पेंड्री के एकलव्य स्कूल में भोजन की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठते रहे हैं। प्रभारी प्राचार्य के भरोसे स्कूल संचालित की जा रही थी। उसे भी सस्पेंड कर दिया गया है। इसी का नतीजा है कि बच्चों के स्वास्थ्य पर इसका सीधा असर पड़ रहा है। अभी भी कई बच्चे बीमार हैं। स्कूल स्टॉफ की कमी है। सुरक्षा के लिहाज से सिर्फ गिनती के गार्ड हैं। जिसके कारण असुरक्षा को नकारा नहीं जा सकता। इन शिकायतों को लेकर विभागीय अफसर, जिला प्रशासन और राज्य स्तर पर भी शिकायत की गई थी, लेकिन नतीजा शून्य ही निकला।
सहायक आयुक्त पालकों को देख उल्टे पांव लौटे
सूत्रों का कहना है कि आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त पेंड्री स्थित एकलव्य आवासीय स्कूल पहुंचे थे, लेकिन पालकों को आते देख वहां से वे उल्टे पांव लौट गए। इसके बाद कोई भी अधिकारी पालकों से मिलने और चर्चा करने स्कूल नहीं आया। इसी के चलते पालकों ने अपने बच्चों को लेकर लौटने लगे।
एक को जिला कार्यालय के सामने प्रदर्शन
रविवार को पालकों ने अपने बच्चों को लेकर लौट गए। उन्होंने कहा कि कल 31 जनवरी तक व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो सभी पालक आगामी एक फरवरी को जिला कार्यालय के सामने धरना देंगे।