दुर्ग
दुर्ग-रायपुर सेक्शन सर्वाधिक प्रभावित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 30 जनवरी। ट्रेन पर पथराव करने वालों की अब खैर नहीं, क्योंकि पत्थरबाजी करने वालों पर अब सीधे कार्रवाई की जाएगी। पत्थरबाजी को रेलवे सुरक्षा बल ने अभियान छेड़ दिया है और इस मामले में रेलवे के अधिकारी भी सख्त हो गए हैं।
वर्ष 2022 में भी कई ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटनाएं हुई हैं, जिसमें 18 लोगों को गिरफ़्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अधिकांश नाबालिग हैं।
मिली जानकारी के अनुसार आरपीएफ के अधिकारी अब पटरी के आसपास रहने वाले लोगों की बीच पहुंच उन्हें जागरुक करने की भी तैयारी कर चुके हैं।
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ समय से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन सहित अन्य ट्रेन पर शरारती तत्वों द्वारा पत्थरबाजी की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। दुर्ग सेक्शन के रसमड़ा, रामनगर, प्रेम नगर, उरला क्षेत्र पत्थरबाजी से प्रभावित हैं। रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों ने इस मामले में पंचायत व स्कूलों में जाकर ग्रामीणों को जागरुक करते हुए पत्थरबाजी से होने वाले नुकसान को बताया है।
विदित हो कि वंदेभारत में लगातार पत्थरबाजी हो रही है, पत्थरबाजी से रेलवे को नुकसान हो रहा है। वंदे भारत ट्रेन के कोच में लगे कैमरों के साथ ही गाड़ी के बाहर की तरफ उच्च तकनीक के सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिससे गाड़ी पर पत्थरबाजी करने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान सरलता से की जा रही है। रेल्वे द्वारा पत्थरबाजी रोकने विशेष अभियान भी चलाया जा रहा है। पहचान होने के बाद ऐसे अराजक तत्वों के खिलाफ रेलवे अधिनियम के तहत कार्रवाई की भी जा रही है। वर्ष 2022 में भी कई ट्रेन पर पत्थरबाजी की घटनाएं हुई हैं, जिसमें 18 लोगों को गिरफ़्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अधिकांश नाबालिग हैं।
ट्रेन पर पथराव रेल अधिनियम की धारा 153,154 के तहत एक दंडनीय अपराध है, जिसमें पांच साल तक की सजा का प्रावधान है।
प्रशांत अल्डक, प्रभारी रेलवे सुरक्षा बल ने बताया कि ट्रेनों में पत्थरबाजी की घटनाओं को रोकने लगातार अभियान चलाया जा रहा है। पंचायतों व स्कूलों में जाकर जाकर ग्रामीणों को जागरुक किया जा रहा है, पत्थरबाजी करने वालों की तत्काल सूचना देने अपील भी की जा रही है।