धमतरी
जिले में 40 रेत खदानें आबंटित, 26 हो रही संचालित, भंडारण करने 61 अनुज्ञा स्वीकृत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 31 जनवरी। जिले में रेत का अवैध खनन मनमर्जी जारी है। रेत माफियों द्वारा महानदी की रेत तक पहुंचने के जितने रास्ते हैं, उतने स्थानों से रेत निकाली रही है। हर रोज जेसीबी व चैन माउंटेन मशीन से खुदाई कर सैकड़ों ट्रैक्टर, हाईवा में रेत भरकर ले जाई जा रही है। खनिज विभाग का दावा है कि 9 महीने में 226 केस बनाकर 7.69 करोड़ वसूली हुई है।
जिले में 40 रेत खदानें आबंटित हैं, जबकि संचालित 26 खदानें हो रही। मुड़पार, अछोटा, कोलियारी, मेघा, खरेंगा, अरौद, लीलर और इससे आगे करीब-करीब हर गांव में घोषित-अघोषित रेत खदानें चल रही हैं। पर्यावरण के नियम व एनजीटी की बंदिशें तो तोड़ी जा रही हैं। महानदी के तटबंध भी टूट रहे हैं।
खनिज विभाग के मुताबिक जिले में संचालित 26 रेत खदानें हैं। इनमें अमेठी, परसुली, भरारी, चारभाठा, हल्दी, कुल्हाडी, जंवरगांव, लीलर, बारना, करेली छोटी, नहरडीह, मंदरौद, गिरौध, परखंदा, नारी, गाड़ाडीह सहित अन्य खदानें शामिल हैं।
लगातार हो रही कार्रवाई
सहायक खनिज निरीक्षक खिलावन कुलार्य ने बतया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 में अब तक अवैध रेत खनन के 11, परिवहन के 210 व भंडारण के 5 प्रकरण बनाकर 62.52 लाख जुर्माना वसूला गया। वहीं चालू वित्तीय वर्ष में दिसंबर की स्थिति में 7 करोड़ 69 लाख 58 हजार का खनिज राजस्व मिला है। उन्होंने कहा कि उडऩदस्ता दल लगातार निगरानी एवं कार्रवाई कर रेत के अवैध खनन, भंडारण एवं परिवहन के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।