रायपुर
रायपुर, 31 जनवरी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शहादत दिवस 30 जनवरी से 6 फरवरी 2023 तक, माकपा तथा वामपंथी, जनवादी जन संगठनों के द्वारा प्रदेश में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की बढ़ती कोशिशों तथा भाजपा, आर एस एस द्वारा आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासियों एवं ईसाई आदिवासियों के मध्य विभाजन, साम्प्रदायिक घृणा और हिंसा के खिलाफ, धर्मनिरपेक्षता एवं एकता के पक्ष में सांप्रदायिक सदभावना सप्ताह मनाने का आव्हान किया गया है । इस आव्हान के तहत आज 30 जनवरी 2023 को रायपुर में सांयकाल 5.40 बजे आजाद चौक , गांधी प्रतिमा के समक्ष मानव श्रृंखला बनाकर विभिन्न जनसंगठनों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
सीटू, एसएफआई, आदिवासी एकता महासभा, जन नाट्य मंच, डीवाईएफआई ,किसानसभा, आरडी आई ई यू, दलित शोषण मुक्ति मंच तथा नागरिक संघर्ष समिति के कार्य कर्ताओं ने कैंडल लेकर मानव श्रृंखला बनाई और सांप्रदायिकता, और नफरत की राजनीति के विरुद्ध उग्र नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया
प्रदर्शन के बाद एक नुक्कड़ सभा की गई सभा को संबोधित करते हुए माकपा नेता तथा सीटू राज्य सचिव धर्मराज महापात्र ने कहा की नफरत फ़ैलाने वाली और फासीवादी विचारधारा की राजनीति करने वालों ने गांधी जी की हत्या की है गोडसे उसीके प्रतिनिधि थे। यह किसी से छिपा नही है कि आरएसएस या फिर पूर्ववर्ती हिंदू महासभा से ही वे प्रेरित थे। जिस विचारधारा ने गांधी जी की हत्या की, गांधीजी को श्रद्धांजलि नफरत फैलाने उस वाली विचारधारा के विरोध के बिना पूरी नही हो सकती, संघ भाजपा आज पूरे देश में नफरत फैला कर देश की एकता तोडऩे में जी जान से जुटे हुए हैं, प्रगतिशील सोच वालों का यह फर्ज है की देश की एकता की रक्षा के लिए इन फासीवादियो का मुकाबला करने संघर्ष के मैदान में उतरें । उन्होंने बस्तर में आदिवासी एवं ईसाई आदिवासी के मध्य विभाजन की कोशिश का भी कड़ा विरोध किया।