रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 31 जनवरी। राजधानी में 13 साल पहले हुए हत्या के मामले मे कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। आरोपी उदयन दास को अपने मां-बाप और भोपाल में अपनी प्रेमिका का मर्डर मामले में सजा हुई है। रायपुर की अदालत ने उदयन को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। सोमवार को रायपुर और भोपाल में हुए हत्याकांड के आरोपी उदयन के मामले में आखिरी सुनवाई, विशेष न्यायाधीश हिरेंद्र सिंह टेकाम की अदालत में की गई। इसके बाद आरोपी उदयन को दोषी करार देते हुए उसे आजीवन कारावास की सजा दी गई।
पब्लिक प्रॉसिक्यूटर निलेश ठाकुर ने बताया कि कोर्ट ने उदयन को सश्रम कारावास की सजा दी है। साल 2010 में उदयन ने अपने पिता बीके दास और मां इंद्राणी की हत्या की थी। इन दोनों के मर्डर के बाद उदयन ने सुंदर नगर रायपुर के मकान के आंगन में सेप्टिक टैंक बनवाया और इसी में दोनों को गाड़ा दिया था। बाद में उदयन ने ये मकान बेच दिया। उसने भोपाल में भी अपनी प्रेमिका की हत्या की थी।
पूछताछ में उदयन ने पुलिस को बताया कि मां उसे बहुत परेशान करती थी। वह उसे रुपए नहीं देते थे। बात-बात पर टोकती रहती थी। ध्यान देने वाली बात है कि उदयन के पिता बीके दास भेल में फोरमैन थे। उदयन की मां विध्यांचल भवन में एनालिस्ट की पोस्ट से रिटायर हुई थीं। उदय मां से बार -बार पैसे की मांग करता था। मां-पिता की मौत के बाद पेंशन के पैसों से एैस करता था।
पश्चिम बंगाल के बांकुरा में रहने वाले देवेंद्र कुमार शर्मा की बेटी आकांक्षा उर्फ श्वेता (28) की 2007 में उदयन नाम के लडक़े से ऑरकुट पर दोस्ती हुई थी। जून 2016 में घर से नौकरी करने की बात कहकर आकांक्षा भोपाल आ गई। यहां वह उदयन के साथ रहने लगी। जुलाई 2016 के बाद आकांक्षा के परिवार वालों से बात होनी बंद हो गई। भाई ने नंबर ट्रेस कराया तो लोकेशन भोपाल की निकली। परिवार के लोगों को शक था कि आकांक्षा उदयन के साथ रह रही है। दिसंबर 2016 में आकांक्षा की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई। एक महीने की जांच के बाद पुलिस उसके ब्वॉयफ्रेंड उदयन के घर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उसने आकांक्षा की हत्या की बात कबूली।
हत्या के बाद जब आकांक्षा की डेड बॉडी से बदबू आने लगी तो उदयन ने एक पुराने बख्शे को खाली कर उसमें शव डाल दिया। उसने बॉक्स में सीमेंट का घोल भर दिया। फिर उसे एक सीमेंट के चबूतरे में दफन कर दिया। उदयन ने बताया कि शव को बॉक्स में दफनाने का आइडिया इंग्लिश चैनल पर वॉकिंग डेथ सीरियल से मिला था।