सरगुजा

अणुव्रत अमृत महोत्सव के तहत 21 को महारैली, साल भर जागरूकता के कार्यक्रम
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 31 जनवरी। अणुव्रत आंदोलन के गौरवशाली 75 वर्ष पर अणुव्रत अमृत महोत्सव 2023 अणुव्रत समिति के द्वारा मनाया जा रहा है। मंगलवार को इस संबंध में समिति के पदाधिकारियों ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि अणुव्रत आंदोलन एक ऐसा आंदोलन है जिसमें न तो चक्काजाम होता है और न ही कोई प्रदर्शन। यह आंदोलन देश को दिशा देने वाला है। अणुव्रत अमृत महोत्सव के तहत 21 फरवरी को महारैली निकाली जाएगी। इसके साथ साथ पूरे वर्ष भर जागरूकता के कार्यक्रम किए जाएंगे।
स्लोगन व अन्य कार्यक्रमों में पर्यावरण शुद्धि, पानी बचाओ, चित्रकला के माध्यम से संयमित जीवन कैसे जी सकते हैं उसे सिखाया जाएगा। यह सारे कार्यक्रम स्कूली बच्चों को साथ लेकर किए जाएंगे। समिति की संयोजक ममोल कोचेटा ने बताया कि इन छोटी-छोटी बातों की प्रेरणा से हम बच्चों को अच्छा जीवन दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को जिस ढांचे में ढाला जाए वे उसी में ढलेंगे। अणुव्रत का उद्देश्य बच्चों को संस्कार देना है।
उन्होंने बताया कि 16 वर्षों से वे अणुव्रत का कार्यक्रम कर रही हैं। सबसे पहले 2 स्कूलों से इसकी शुरुआत की गई थी, अब लगभग 27 स्कूल इस आयोजन में भागीदारी करते हैं।
उन्होंने कहा कि प्रभु बनकर ही हम प्रभु की पूजा कर सकते हैं। महोत्सव के तहत 1 मार्च को संयम दिवस भी मनाया जाएगा क्योंकि अणुव्रत संयम और त्याग पर आधारित है।
प्रेस वार्ता के दौरान समिति के अध्यक्ष राज रूप, मंत्री धनपत कुमार मनहोत, प्रचार-प्रसार मंत्री हनुमान मल डागा, तकनीकी प्रभारी नीलू बाला, ज्योत्सना पालोलकर, सुषमा जयसवाल, पूर्णिमा, शीला जैन, मीरा गहलोत, भारती वैष्णव सहित समस्त सदस्य मौजूद थे।