बेमेतरा

बैंक से नीलामी में लिया 4.66 लाख का सोना निकला नकली, जांच में जुटी पुलिस
01-Feb-2023 2:08 PM
बैंक से नीलामी में लिया 4.66 लाख का सोना निकला नकली, जांच में जुटी पुलिस

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 1 फरवरी।
जिला मुख्यालय में मंडी काम्प्लेक्स के सामने संचालित प्राइवेट बैंक में गोल्ड नीलामी में बोलीकर्ता को नकली सोना देने का मामला सामने आया है। इस प्रकरण में रायगढ़ की सराफा व्यापारी मीना अग्रवाल ने सिटी कोतवाली में बैंक प्रबंधन के खिलाफ शिकायत कर धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने का आग्रह किया है। 

कोतवाली प्रभारी अंबर सिंह भारद्वाज ने बताया कि प्राइवेट बैंक प्रबंधन के खिलाफ शिकायत मिली है। मामले की जांच के पश्चात जरूरत पडऩे पर अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। शिकायतकर्ता ने बताया कि मामले में एफआईआर दर्ज करने 3 दिनों से थाने के चक्कर काट रहे थे, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। थाने में आवेदन लेकर लौटा दिया गया है। 

ऑनलाइन नीलामी में शामिल होकर जेवरात की लगाई बोली 
आवेदक ने बताया कि 21 जनवरी को गोल्ड लोन नीलामी का विज्ञापन समाचार पत्र व ऑनलाइन वेबसाइट पर डाला गया था। इसके बाद 23 जनवरी को सोने की ऑनलाइन नीलामी हुई।  इस नीलामी में सोने की मात्रा व कैरेट के अलावा अन्य जानकारियां नहीं दी जाती हैं। नीलामी के पश्चात उनके पास ऑक्शन विनिंग का मैसेज आया, जिसमें 127 ग्राम सोना जीएसटी मिलाकर 4 लाख 66 हजार में नीलामी में बोली लगा कर लिया गया।  पैकेट खोलने पर सोना निकला नकली, बैंक प्रबंधन ने पल्ला झाड़ा  बैंक में गोल्ड नीलामी के नियमों का हवाला देकर नीलामी की पेमेंट करने के बाद ही पैकेट खोलने की बात कही गई। पेमेंट करने के बाद जेवरात के पैकेट लेकर रायगढ़ लौट गए। घर में जाकर पैकेट खोलकर देखने पर सोना नकली निकला। इसकी जानकारी बोलीकर्ता द्वारा बैंक के डिप्टी ब्रांच मैनेजर चंद्रशेखर को दी गई, लेकिन बैंक प्रबंधन ने किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया।

मामले की जांच में जुटी पुलिस
ठगी के शिकार बोलीकर्ता बैंक प्रबंधन के नकारने के बाद बेमेतरा पहुंचा और अपनी सारी बातों से अवगत कराया, बावजूद बैंक प्रबंधन ने किसी भी तरह के सहयोग करने से इंकार कर दिया। इससे नाराज बोलीकर्ता सिटी कोतवाली पहुंचा, जहां 3 दिनों बाद बोलीकर्ता के आवेदन को स्वीकार किया गया। फिलहाल इस प्रकरण में अपराध दर्ज नहीं किया गया है। प्रकरण से जुड़े सम्बन्धितो के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।  प्रबंधन को जानकारी होने के बावजूद, नकली सोने की नीलामी की आवेदक ने बताया कि साधे राम यादव नाम के व्यक्ति ने 6 अप्रैल 2021 को संबंधित बैंक से गोल्ड लोन लिया था, 127 ग्राम गोल्ड के एवज में बैंक की ओर से साधेराम को 2 लाख 98 हजार रुपए लोन दिया गया, लेकिन संबंधित द्वारा साल भर तक लोन की किस्त नहीं पटाने पर सील पैकेट को खोलकर नए सिरे से सोने की जांच कर फिर से सील किए जाने का प्रावधान है। इस दौरान बैंक प्रबंधन को सोना नकली होने की जानकारी हो गई थी, बावजूद अपने कर्मियों को बचाने के लिए नकली सोना की नीलामी की गई। 
 

मिलीभगत से हुआ सारा खेल
आवेदक के अनुसार यह सारा खेल गोल्ड लोन लेने वाले व मूल्यांकन करने वाले व्यक्ति की मिलीभगत से खेला गया है। दोनों ने मिलीभगत कर बैंक को चूना लगाया, क्योंकि मूल्यांकन कर्ता को मालूम था कि गोल्ड लोन लेने वाले साधेराम यादव का सोना नकली है और दोनों ने मिलीभगत कर बैंक को नकली सोना दे कर लोन पास कराया। लोन से प्राप्त राशि को आपस में बांट लिया, लेकिन बैंक प्रबंधन ने भी जानकारी होने के बावजूद नकली सोने की नीलामी की जो गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। 
 

कड़ाई से पूछताछ में होंगे बड़े खुलासे 
आवेदक ने बताया कि बैंक प्रबंधन की ओर से गोल्ड लोन का ब्याज की राशि को काटकर साधेराम राम यादव के बैंक अकाउंट में करीब 1 लाख 25 हजार नीलामी की बचत राशि को जमा कराया गया है।  अकाउंट को फ्रीज करने बैंक प्रबंधन को भी आवेदन किया गया है । बैंक के अधिकृत मूल्यांकनकर्ता व गोल्ड लोन लेने वाले व्यक्ति साधेराम से कड़ाई से पूछताछ में सारे मामले का खुलासा हो जाएगा। 
 

बैंक प्रबंधन भी अपने स्तर पर जांच कर रहा 
ब्रांच मैनेजर शैलेश ठक्कर ने बताया कि यह मामला मेरे संज्ञान में है। पुलिस प्रकरण की जांच कर रही है। बैंक प्रबंधन भी अपने स्तर पर मामले की जांच कर रहा है। इससे ज्यादा कुछ भी बताने के लिए अधिकृत नहीं हूं। 

 

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