रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 2 फरवरी। रायगढ़ जिले के तमनार ब्लॉक में करोड़ों रूपये का मुआवजा घोटाला की शिकायत पर कलेक्टर को जांच टीम बनाकर जांच करने की निर्देश दिया गया है। जिस तरह से तमनार ब्लॉक में मुआवजा घोटाला हुआ है, उसी तर्ज पर धरमजयगढ़ में भी मुआवजा घोटाला होने की सुगबुगाहट सुनने को मिल रही है।
भारत माला सडक़ की मुआवजा में जमकर हेराफेरी किया गया है। यहां तो जांच पर ही पता चल पाएगा कि नगर में जो चर्चा है वह कितनी हकीकत है। मगर एक बात तो साफ है कि मुआवजा में झोलझाल तो हो ही रहा है। अब किस स्तर में हो रहा है और कौन-कौन इस मुआवजा घोटाले में शामिल है यह तो जांच के बाद ही सामने आयेगा।
गौरतलब रहे कि तमनार ब्लॉक में हुए मुआवजा की शिकायत पर राजस्व सचिव ने कलेक्टर को टीम बना घोटाला की जांच करने के निर्देश दिए हैं। उसी तर्ज पर धरमजयगढ़ में हो रहे मुआवजा वितरण की भी समय रहते जांच करने की जरूरत है। ताकि क्षेत्र में चल रहे मुआवजा हेराफेरी की सच्चाई क्षेत्रवासियों को पता चल सकें।
धरमजयगढ़ में बहुत सी शासकीय योजनाओं के लिए भू-अर्जन किया जा रहा है जिसमें सबसे बड़ी परियोजना 1255 करोड़ रुपए की उरगा से पत्थलगांव तक फोरलेन सडक़ भारत माला परियोजना है, जिसमें धरमजयगढ़ के बहुत से गांव के निजी भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। जिसमें बायसी, धरमजयगढ़, सिसरिंगा, तेजपुर, बाकारूमा प्रमुख गांव है। पूर्व में यहां के भूमि का सर्वेक्षण कर एन एच के अधिकारियों द्वारा राजस्व विभाग के तात्कालिन अधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ स्थान विशेष पर स्थित भूमि जो अर्जन किया जा रहा है पर परिसंपत्तियों का मूल्यांकन कर मुआवजा निर्धारित किया गया था, लेकिन दलालों द्वारा अधिकारियों के साथ मिलकर तमनार से भी बड़े घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है जैसे कि भूमि की एक फसल को दो फसल व कृषि भूमि को परिवर्तित भूमि व पक्का भवन गोदाम आदि जो जांच के बाद खुलासा होगा कि करोड़ों रुपए राजस्व का नुकसान शासन को जान बूझकर कराया गया है।