राजनांदगांव
भर्रेगांव में भीड़ से सीएम समेत दिग्गज नेता गदगद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 फरवरी। इस साल के अंत में प्रस्तावित राज्य विधानसभा चुनाव में दोबारा सत्ता वापसी को लेकर कांग्रेस ने जमीनी स्तर पर ताकत झोंक दी है। गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के विधानसभा भर्रेगांव में कांग्रेस ने ऐतिहासिक भीड़ जुटाकर भाजपा की परेशानी बढ़ा दी है। जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष नवाज खान के नेतृत्व में विशाल किसान अन्नदाता सम्मेलन में चौतरफा उमड़ी भीड़ को देखकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत अन्य दिग्गज नेता भी गदगद हो गए।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री बघेल ने कार्यक्रम की सफलता को लेकर नवाज की पीठ भी थपथपाई। राजनीतिक रूप से भर्रेगांव में हुए आयोजन से कांग्रेस की जमीनी ताकत मजबूती के साथ उभरी है। बैंक अध्यक्ष खान ने बिना प्रशासनिक मदद के कार्यक्रम को सफल बनाया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. चंदूलाल चंद्राकर की पुण्यतिथि पर आयोजित समारोह में स्वमेव लोग पहुंचे।
मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए कार्यक्र्ताओं में गजब का उत्साह रहा। चुनावी साल के पहले ही कार्यक्रम में कांग्रेस ने जनमानस का ध्यान अपनी ओर खींचा है। भाजपा अंदरूनी रूप से गुटबाजी से संघर्ष कर रही है। ऐसे में कांग्रेस ने एक बड़ा आयोजन के जरिये सरकार की साख को मजबूती दी है। किसानों के प्रति सरकार का रूख बेहद ही उदार रहा है। कांग्रेस ने किसानों के साथ खड़े होकर एक तरह से भाजपा को मुद्दाविहीन बना दिया है। कार्यक्रम में लगभग 15 हजार से ज्यादा किसान और अन्य लोग मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने भीड़ के समक्ष अपने राजनीतिक अनुभवों को साझा किया। खासतौर पर स्व. चंद्राकर के साथ राजनीतिक सफरनामे से जुड़ी रोचक बातों को जनता को अवगत कराया। राजनांदगांव विधानसभा में हुए भव्य कार्यक्रम से यह साफ हो गया कि सत्तारूढ़ कांग्रेस ने चुनावी रण में उतरने के लिए बिगुल फूंक दिया है।
बैंक अध्यक्ष खान किसानों से जुड़ी योजनाओं के भरोसे उल्लेखनीय कार्य कर रहे हैं। सरकार की पसंद के अनुरूप वह किसानों को जोडऩे के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं। राजनीतिक तौर पर भर्रेगांव में हुए आयोजन को बेहद सफल माना जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह के क्षेत्र में किसानों के कार्यक्रम में बड़ी तादाद में पहुंचने से भाजपा के माथे में चिंता की लकीरें दिख रही है। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने आयोजन की सफलता को लेकर नवाज खान और उनके साथियों को प्रोत्साहित किया।
चुनावी साल के पहले ही कार्यक्रम में मिली सफलता से कांग्रेस के हौसले बुलंद दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि सियासी संघर्ष की शुरूआत में ही कांग्रेस ने रणनीतिक तौर पर अपने मजबूत इरादे को जाहिर कर दिया है। किसानों की बदौलत कांग्रेस अगले विधानसभा में जीत का रास्ता तलाश कर रही है। भर्रेगांव के आयोजन में किसानों की ऐतिहासिक उपस्थ्तिि से कांग्रेस के इरादे को बल भी मिला है। बहरहाल रमन के गढ़ में चुनावी साल में कांग्रेस ने एक बड़ी जनसभा से ताल ठोंकी है।