राजनांदगांव
फरवरी में 10 डिग्री लुढक़ा पारा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 फरवरी। फरवरी महीने में फिर से ठंड सर्दीली हवाओं संग वापस लौट गई है। इस साल उम्मीद से विपरीत ठंड का मिजाज रहा। दिसंबर और जनवरी में अपेक्षाकृत कम ठंड पड़ी। हालांकि जनवरी के दो-चार दिन तक ठंड ने कडे तेवर दिखाए। 14 जनवरी के बाद एकदम से पारा बढऩे लगा, लेकिन अब ठंड ने फिर से अपना असर दिखाया। कड़ाके की सर्दी से पठारी इलाके भी कांप रहे हैं। मैदानी इलाकों में भी ठंड ने जोरदार वापसी की है।
फरवरी के महीने में आमतौर पर ठंड की बिदाई का वक्त होता है। पिछले तीन दिनों से सर्द हवाओं ने जिले में अपना कड़ा असर दिखाया है। सर्दीली हवाओं के चलते पारा 10 डिग्री नीचे लुढक़ गया है। रात के वक्त के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। पहाड़ी क्षेत्रों में ठंड के असर से कहीं-कहीं बर्फ की परते भी जमा हो रही है। साल्हेवारा और बकरकट्टा क्षेत्र में भी ठंड ने लोगों को ठिठुरने के लिए मजबूर कर दिया है। इस साल उत्तर भारत में फरवरी तक हो रही बर्फबारी के असर से एकाएक ठंड ने दमदार तरीके से वापसी की है। जिले के पहाड़ी भू-भागों में कंपकपाते हुए लोग नजर आ रहे हैं। मैदानों में भी तापमान सामान्य से कम हो गया है। मैदानी क्षेत्रों में 5 से 7 डिग्री तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। शहरी इलाकों में सुबह का वक्त ठंड के लिहाज से कंपकपाने वाला साबित हो रहा है। दो-तीन दिनों से तापमान 10 से 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
बताया जा रहा है कि बर्फीले राज्यों में हो रही बर्फबारी का असर फरवरी के दूसरे सप्ताह तक रहेगा। यानी 15 फरवरी से 20 फरवरी के बाद ठंड की विदाई होने के आसार हैं। राजनांदगांव के अलावा मोहला-मानपुर क्षेत्र में भी ठंड ने कड़ा रूख अख्तियार किया है। दिन में भी ठंडी हवाएं चल रही हैं। पछुवा हवाओं के असर से दिन का तापमान अन्य दिनों की तुलना में कम हो गया है। मैदानी इलाकों में पारा सामान्य से कम दर्ज किया गया है। रात का तापमान फरवरी के महीने में काफी नीचे चला गया है।
बताया जा रहा है कि फरवरी के महीने में ठंड पडऩे की उम्मीद किसी को नहीं थी। तापमान बढ़ते ही गर्म कपड़ों का इस्तेमाल बंद हो गया था। फिर से लोगों को गर्म कपड़ों के लबादे में देखा जा रहा है।