दुर्ग

कुछ के गले में चोट के निशान
पीएम रिपोर्ट में होगा मौत के कारणों का खुलासा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 4 फरवरी। दुर्ग जिले के धमधा ब्लॉक में किसान की एक साथ 55 भेड़ों की मौत के मामले में विशेषज्ञ पशु चिकित्सक भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं। सभी भेड़ एक ही घर की थीं और एक साथ इनकी मौत की वजह का खुलासा तीन दिन बाद भी नहीं हो पाया है।
गौरतलब हो कि ठेंगाभाठ गांव में तीन दिन पहले एक घर में एक साथ 55 भेड़ों की मौत हो गई थी। जानकारी मिलते ही दुर्ग से पशु चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंची और मुआयना के बाद भेड़ों का पोस्टमार्टम करके उन्हें दफनाया दिया गया।
डॉक्टरों की टीम ने बताया कि भेड़ों की मौत किस वजह से हुई, यह अब तक समझ नहीं आया है, सैंपल रायपुर भेजा गया है, रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।
मिली जानकारी के मुताबिक ठेगाभाठ गांव निवासी किसान रतन धनकर ने अपने घर में 130 भेड़ पाली हुई थीं। सभी भेड़ों को रतन खपरैल के घर के नीचे बांध के रखता था। गत 31 जनवरी की सुबह घर वालों ने देखा कि इसमें से 55 भेड़ मरी हुई पड़ी हैं। इसके बाद पूरे गांव में हडक़ंप मच गया। उन्होंने देखा कि करीब 5-6 भेड़ों के गले में चोट के निशान हैं बाकि भेड़ को कोई चोट नहीं थी। इसके बाद भी वो मर गईं।
मामले की शिकायत धमधा थाना में की गई है। सूचना बाद आनन फानन पुलिस गांव पहुंची और दुर्ग से पशु चिकित्सकों की टीम को बुलाया गया। उनके द्वारा सभी भेड़ों का सैंपल लिया गया और कुछ का पोस्टमार्टम किया गया।
असिस्टेंट वेटनरी डायरेक्ट डॉ. अर्चना ने बताया कि सैंपल रायपुर भेजा है। रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारण का पता चल पाएगा। सभी भेड़ों को गांव के बाहर जेसीबी की मदद से बड़ा सा गड्ढा करके सभी भेड़ों को दफनाया गया है।