धमतरी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 6 फरवरी। प्रदेश में सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस द्वारा केन्द्र सरकार पर गलत निति अपना कर देशवासियों की गाढ़ी कमाई को अडानी को सौंपने का आरोप लगा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा। दूसरी ओर सहायक शिक्षक फेडरेशन अपने वेतन भत्ते की बढ़ौतरी के लिए स्कूल छोड़ राज्य सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
सोमवार को जीवन बीमा निगम कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन पर बैठे कांग्रेसी नेताओं ने हिडेनबर्ग रिपोर्ट के हवाले से मोदी सरकार को घेरते हुए केंद्र पर निशाना साधा। मंडी अध्यक्ष नीलम चन्द्राकर ने बताया कि कारपोरेट परस्त मोदी सरकार की नीतियों के चलते देश में अमीर गरीब की खाई बढ़ती जा रही है, गुजरात के दो उधोगपतियों को पहले कांग्रेस सरकार द्वारा खड़ी की गई परिसंपत्तियों को औनेपौने दामों में बेच दिया, अब उनके हाथों में एलआईसी, एसबीआई में जमा आम लोगों का पैसा दिया जा रहा है। ब्लॉक अध्यक्ष आशीष शर्मा का कहना है कि हम दो हमारे दो वाली केन्द्र सरकार देश का सारा धन गुजरात तक सीमित कर रही है, महंगाई, बेरोजग़ारी जैसी समस्या का हल निकालने के बदले भाजपा देश को धर्म की चाशनी चटा रही है। दूसरी ओर इनडोर स्टेडियम के सामने तंबू तान कर धरना प्रदर्शन कर रहे सहायक शिक्षक फेडरेशन अपने वेतन भत्ते की बढ़ोतरी के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो रहें हैं। फेडरेशन के ब्लॉक अध्यक्ष लुकेश साहू ने बताया कि भूपेश सरकार सालों से हमारी मांगों को पूरा करने का आश्वासन देते आ रही है। लेकिन अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है। इसलिए हमें मजबूरन सडक़ की लड़ाई लडऩी पड़ रही है। सरकार को जगाने हम लोगों ने 6 फरवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है।।