रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 फरवरी। अजय चंद्राकर ने बजट सत्र और बजट को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद को नैतिक रूप से मजबूत समझती है तो उनके मुद्दे पर ही चर्चा कर लें। 23 साल के इतिहास में सबसे छोटा बजट सत्र बुलाया है। इस वर्ष विधानसभा में टोटल कितनी बैठकें हुई वो देख लें। विपक्ष के सदस्यों को निलंबित करके उपाध्यक्ष का चुनाव करवाते हैं। कांग्रेस विरोध की राजनीति को खत्म करना चाहती है। कांग्रेस में हिम्मत है तो विधानसभा में सामना करें। धरनास्थल हटाकर लोकतंत्र में आंदोलन को लिमिटेड किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के दिखाने के दांत कुछ और है खाने के कुछ और है। कांग्रेस डरी हुई पार्टी है।
पूर्व मंत्री चंद्रकार ने सरसंघ चालक मोहन भागवत के जाति व्यवस्था पर दिए बयान पर कहा कि कांग्रेस के मंत्री का तो इतनी क्षमता नहीं है कि मोहन भागवत के बारे में कुछ बोल सके। श्री चंद्राकर ने कहा कि भूपेश बघेल बहुत असुरक्षित मुख्यमंत्री है, इसलिए मंत्री और उनकी पार्टी के लोग मुद्दों पर बात नहीं करते और उल जुलूल बयान देते हैं।
इथेनाल के मुद्दे पर केंद्र की ओर से अनुमति नहीं दिए जाने पर अजय चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस चाहती है केंद्र सरकार हर चीजों में पूर्ति का साधन बने। जरूरी नहीं है कि कांग्रेस के हिसाब से अनुदान मिले। कांग्रेस के हिसाब से योजनाओं को स्वीकृति मिले यह गलत है। कांग्रेस महाधिवेशन पर पूर्व मंत्री चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस का एकमात्र छत्तीसगढ़ सरकार है। जुआ सट्टा, अवैध वसूली से अधिवेशन होगा। उसका परिणाम भी वैसे ही आएगा।