रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 7 फरवरी। राजधानी में एक बार फिर तालाब पटैया ( पाटने) माफिया सक्रिय हो गए हैं। सोमवार को बूढ़ातालाब - महाराजबंद तालाब से लगे गभरापारा तालाब को पाटने डंपर तैनात कर दिए गए हैं। दिनभर निगम, जिला प्रशासन की नाक के नीचे मलबा फेंका जाता रहा है। यह मलबा निगम के ही ठेकेदार द्वारा गिराया जा रहा है। डंपर ड्राइवर के मुताबिक किसी अफसर के आदेश पर ही तालाब में मलबा डाला जा रहा है। अब तक करीब 12 हजार फीट का हिस्सा पाटा जा चुका है। आसपास के लोगों ने तालाब पाटकर प्लाटिंग की आशंका जताई है। यहां बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने देशभर के नगरीय निकायों को निर्देश दे रखा है कि अपनी सीमा में आने वाली तालाबों को पाटा न जाए, लेकिन राजधानी रायपुर में नगर निगम और अन्य एजेंसियों के द्वारा कई तालाबों का अस्तित्व खत्म कर दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि सोमवार शाम इस खबर के बाद अपर आयुक्त ने डंपर से पाटने की कार्रवाई को बंद कराने बात कही थी। ये डंपर स्मार्ट सिटी रायपुर के अधीन काम कर रहे हैं। इधर आज कांग्रेस के कुछ नेताओं ने मौके का निरीक्षण किया।