दन्तेवाड़ा

दंतेवाड़ा, 7 फरवरी । दंतेवाड़ा संपूर्ण जैविक जिला बनने की ओर तेजी से अग्रसर है। इसी कड़ी में उप संचालक कृषि कार्यालय के सभागार में कलेक्टर विनीत नंदनवार की अध्यक्षता में विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में दंतेवाड़ा जिला को शत् प्रतिशत जैविक जिला बनाने के लिए जैविक कृषि से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों के बारे में बताया गया।
इस विशेष कार्यशाला में जिले के ऐसे किसान जो अपने खेतों में रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का उपयोग करते है का चयन किया गया। कार्यशाला में कलेक्टर नंदनवार के द्वारा किसानों को समझाइश देते हुए रासायनिक खेती से होने वाले दुष्परिणाम एवं रासायनिक उत्पाद के उपयोग से होने वाले बीमारियों एवं अन्य समस्याओं के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा कर मार्गदर्शन किया गया।
उन्होंने बताया कि रासायनिक उत्पाद के उपयोग से आस-पास के अन्य कृषकों के खेतों में इसका दुष्परिणाम होता है। श्री नंदनवार ने कृषकों से कृषि की क्षेत्र में हो रही समस्या को सुन कर निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही कृषकों को जिले में गौठान समूहों के माध्यम से बन रहे वर्मी कंपोस्ट खाद का उपयोग कर कृषि करने को कहा। उपस्थित सभी किसानों से रासायनिक खेती उपयोग न करने एवं जैविक खेती अपनाने के संबंध में सहमति भी ली गई।
बैठक के दौरान एसडीएम कुमार बिश्वरंजन, उप संचालक कृषि, सूरज कुमार पंसारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख संतोष कुमार धु्रव, कृषि वैज्ञानिक श डिप्रोशन बंजारा, सहायक संचालक कृषि आई.एस. पैकरा, सहायक संचालक कृषि आर.एस. नाग सुरेश कुमार नाग (भूमगादी) और नंदकिशोर भगत मौजूद थे।