बीजापुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 फरवरी। जिले के थाना तर्रेम के गुण्डम में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में गुण्डम गांव के निवासी पुनेम लखमू पिता मासा लखमू उम्र लगभग 48 वर्ष फायरिंग का आवाज सुनकर अपने घर से भागते समय माओवादियों के एम्बुश प्वाईंट में फसने के कारण गोली उन्हें भी लग गई थी, जिसकी बाद में मृत्यु हो गई।
एएसपी चंद्रकांत गवर्णा ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि 8 फरवरी की प्रात: 4 से 5 बजे के मध्य थाना तर्रेम अंतर्गत गुण्डम-छुटवाई के जंगल ईलाका में माओवादियों एवं पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ के पश्चात् सर्चिंग के दौरान घटनास्थल से कुछ व्यक्तियों को संदिग्ध परिस्थिति में पाया गया था, जिन्हें अग्रिम पूछताछ के लिए पुलिस थाना लाया गया।
एएसपी गवर्ना ने कहा कि पूछताछ से पता चला कि 8 फरवरी को माओवादियों के दक्षिण बस्तर डिवीजन के कमाण्डर उधम सिंह तथा उनके साथी माओवादियों द्वारा सर्चिंग अभियान में निकली हुई डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा के बल को क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से एम्बुश की कार्यवाही करते हुये पुलिस पार्टी के ऊपर फायरिंग की गई।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में जंगल एवं अंधेरा का फायदा उठाकर माओवादी घटनास्थल से भाग गये। संभवत: मुठभेड़ में माओवादियों के 2-3 कैडर को गोली लगने से घायल हुये हैं।
एएसपी गवर्ना ने कहा कि 9 फरवरी 2023 को तर्रेम थाना में यह सूचना प्राप्त हुई है कि मुठभेड़ के दौरान गुण्डम गांव के निवासी पुनेम लखमू पिता मासा लखमू उम्र लगभग 48 वर्ष फायरिंग का आवाज सुनकर अपने घर से भागते समय माओवादियों के एम्बुश प्वाईंट में फसने के कारण गोली उन्हें भी लग गई थी, जिसकी बाद में मृत्यु हो गई है। सूचना की तस्दीक करते हुये 09 फरवरी, 2023 को पुलिस पार्टी द्वारा गुण्डम गांव से मृतक पुनेम लखमू का शव को पंचनामा करने के पश्चात् पोस्टमार्टम कार्यवाही के लिए जिला अस्पताल लाया गया। प्रकरण के संबंध में अग्रिम विवेचना एवं जांच पड़ताल की जा रही है।