बीजापुर
नम्बी में कैम्प बैठने के बाद बढ़ रही आस्था और पर्यटन की संभावनाएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 फरवरी। जिले में महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया गया। साथ ही बीजापुर के अंदरूनी इलाकों में भी महाशिवरात्रि गाजे-बाजे के साथ उत्साहपूर्वक मनाया गया।
बीजापुर जिले के महादेव घाट, भोपालपटनम, भद्राकाली, ठोटापारा, आवापल्ली, उसूर सहित दर्जनों गांवों में भक्तों ने महाशिवरात्रि मनाई। छत्तीसगढ़- तेलांगाना की सीमाक्षेत्र नम्बी में भी हिरमाराज शिव मेला का आयोजन किया गया।
खास बात यह रही कि स्थानीय ढोल नगाड़ों के बीच यहां देशी गोंडी नाच में सैकड़ों ग्रामीण इक_ा हुए थे। सुरक्षाबलों का कैम्प लगने के बाद यहां आवाजाही बढ़ी है।साथ ही विख्यात नम्बी वाटरफॉल तक जाना अब आसान हो गया है।
दशकों से बंद थी सडक़
करीब दो दशकों से माओवादियों के कब्जे में रही उसूर से कोत्तापल्ली की सडक़ में अब निर्माण का काम शुरू हो गया है। उसूर से गलगम, नम्बी होते 17 किमी दूर गूंजेपरती तक मिट्टी मुरुम का काम जारी है।
सडक़ निर्माण के जरिये विकास पहुंचाने की कवायद में गलगम और नम्बी में सुरक्षाबलों के दो कैम्प तैनात किए गए हैं। जिसकी वजह से आज आवाजाही के साथ साथ मेले में महाशिवरात्रि मनाने आवापल्ली, उसूर सहित क्षेत्र के दर्जनभर गांवो के सैकड़ों लोग जुटे थे। माओवादी घटनाओं के बीच नम्बी में लौट रही चहल-पहल विकास की तस्वीर बयां कर रही हैं।