बीजापुर
गांव-गांव दौरा कर शिविर में गिना रहे फायदे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 फरवरी। महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत मजदूरों का मजदूरी भुगतान आधार इनबिल्ड पेमेंट सिस्टम से होने के बाद जिले के ग्राम पंचायतों में इससे संबंधित जानकारी हितग्राहियों तक पहुंचाने एवं मनरेगा की मजदूरी भुगतान की राशि मनरेगा श्रमिकों के खाते में प्राप्त हो, इसके लिए आधार कार्ड की छायाप्रति संग्रह के लिए शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
कलेक्टर राजेंद्र कटारा की पहल से जाबकार्डधारी परिवारों तक सही जानकारी पहुंचाने के उद्देश्य से एवं आधार वेरीफिकेशन कार्य को गति देने के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रवि कुमार साहू ने जिले स्तर से सहायक परियोजना अधिकारी पी. आर. साहू, नारायण बंजारे, मनीष सोनवानी एवं उपसंचालक पंचायत गीत कुमार सिन्हा के नेतृत्व में जनपद पंचायत वार दल का गठन किया है।
जिसका असर यह हुआ कि जिला स्तर के प्रशासनिक अमले आधार इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम(एईपीएस) के संबंध में चारों जनपद की ग्राम पंचायतों में इससे मनरेगा मजदूरों को होने वाले फायदे को बता रहे हैं। मजदूरी राशि का समय पर आधार के आधार पर भुगतान की जानकारी मिलते ही श्रमिकों का जमावड़ा आधार वेरिफिकेशन के लिए जुट रहा है।
गुरुवार को जनपद पंचायत भोपालपटनम में ग्राम पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायकों की साप्ताहिक बैठक में सहायक परियोजना अधिकारी नारायण बंजारे द्वारा समीक्षा एवं निर्देश दिए गए। ग्राम पंचायत पामगल में जनपद सीईओ भोपालपटनम बीआर गौतम द्वारा आधार सीडिंग कार्य का निरीक्षण किया गया, वहीं ग्राम पंचायत अंगमपल्ली में 75 आधार कार्ड वेरिफिकेशन के लिए संकलित किए गए। जिनका निरीक्षण कर एपीओ श्री बंजारे द्वारा मनरेगा के भुगतान प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी जाबकार्ड धारी परिवार को दी गई।
वहीं जनपद पंचायत बीजापुर एवं भैरमगढ़ के पंचायतों में एपीओ पी आर साहू एवं मनीष सोनवानी ने दौरा किया। ग्राम पंचायत बड़े तुंगाली में बी सी सखी द्वारा खाता खुलवाया गया एवं आधार जमा किया गया। ग्राम पंचायत बोरजे एवं धनोरा में एईपी सिस्टम के बारे में बताते हुए मनरेगा में काम मे आने के लिए प्रेरित किया गया। उसूर ब्लॉक के नुकनपाल पंचायत के आश्रित ग्राम चेरामंगी में, उप संचालक गीत सिन्हा सर के द्वारा ग्रामीणों, एवं पंचायत प्रतिनिधियों इस प्रणाली के माध्यम से भुगतान के सम्बंध में जानकारी दी गई।
जाने क्या है एईपीएस प्रणाली
एईपीएस एक प्रकार की भुगतान प्रणाली है, जो आधार कार्ड के प्रमाणीकरण के बाद वत्तीय लेन-देन की सुविधा प्रदान करती है। इसका मुख्य उद्देष्य आधार के माध्यम से सभी को वित्तीय और बैकिंग सुविधा उपलब्ध कराना है। हितग्राही को जिस बैंक खाते में भुगतान चाहिए उस बैंक में आधार कार्ड के साथ जाना होगा। पासबुक ले जाकर के.वाई.सी. फार्म के भरकर बैंक में जमा करना होगा,
तत्पश्चात 24 घंटे के भीतर हितग्राही इस सिस्टम का लाभ ले सकते हैं।
बीजापुर में मनरेगा में मजदूरों की संख्या
बीजापुर जिले में मनरेगा के तहत कार्यरत मजदूरों की कुल संख्या 107673 हैं। इनमें से आधार सीडिंग मजदूरों की संख्या 81048 है, जो 75 फीसदी के करीब हैं। वही वर्तमान में आधार में भुगतान हेतु प्रमाणित( आधार बेस्ड सिस्टम) में कुल 33921 मजदूर हैं। यह आधार सीडिंग का करीब 62 फीसदी हैं।