बीजापुर
डॉक्टरों द्वारा मरीजों को लिखी दवाएं चार में मात्र एक ही उपलब्ध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 फरवरी। जिला अस्पताल में इन दिनों दवाओं की किल्लत है। मरीजों को चिकित्सकों द्वारा लिखी गई दवाएं यहां के फार्मेसी में उपलब्ध नहीं होने से उन्हें बाहर मेडिकल स्टोर से खरीदना पड़ रहा है। अभी हाल में स्वास्थ्य सचिव के दौरे के दौरान उन्होंने व्यवस्था को बेहतर करने के सख्त निर्देश दिए थे। जिला अस्पताल के अधीक्षक कहते हैं कि शासन द्वारा निर्धारित एसेंशियल ड्रग उनके पास पर्याप्त मात्रा में मौजूद हैं।
सालभर पहले तक बेहतर लोक चिकित्सा सेवाओं के लिए मशहूर रहे जिला अस्पताल में इन दिनों मरीजों को दवाइयों के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। जिसका कारण डॉक्टरों द्वारा मरीजों को लिखी दवा पर्ची की दवा का नहीं मिलना है।
गुरुवार को बाह्य रोगी विभाग में कार्य कर रहे डॉक्टर ने बताया कि यहां जेनरिक दवाईयां मरीजों को लिखी जाती है, पर बहुत सी दवाइयां पिछले कुछ समय से मौजूद नहीं है। एक अन्य चिकित्सक ने कहा कि जो आपको दवाइयां चाहिए, उसे आप तिवारी से पूछ लीजिए।
मुसालुर से इलाज के लिए आई महिला ने बताया कि उसे मेडिकल स्टोर से दवा लेना पड़ेगा। एक अन्य मरीज ने बताया कि उसे एंटीबायोटिक सहित अन्य दवाओं के लिए बाहर जाने कहा गया है। यहां संचालित माता शिशु स्वास्थ्य केंद्र में स्थिति और भी बुरी नजर आई। मरीजों को लिखी चार दवा में सिर्फ एक ही मिल सका था।
जिला अस्पताल से सीएस और अधीक्षक डॉ. यशवंत ध्रुव ने कहा कि उनके पास शासन द्वारा निर्धारित एसेंशियल ड्रग लिस्ट के अनुसार पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध हैं।
उन्होंने बताया कि चिकित्सकों को निर्देशित किया गया है कि अस्पताल में मौजूद दवाएं ही लिखें। उन्होंने कहा कि कभी-कभी होता है कि फालोअप के लिए आने मरीज को पूर्व में चल रही दवाएं नहीं मिलती, पर उन्हीं दवाओं के जेनरिक विकल्प मौजूद होते हैं, उन्हें दिया जाता है।
डॉ. यशवंत ने बताया कि जिला अस्पताल में डायलिसिस अब फिर से शुरू हो गया है तथा रेडियोलॉजिस्ट के आने से सोनोग्राफी की सुविधा में बढ़ोत्तरी हुई है। अभी बीते कुछ हफ्तों से एमडी मेडिसिन की कमी हुई है, जिसे शीघ्र पूरा करने के प्रयास जारी हैं।